क्या होता है कल्ट फिल्म ? कब से आया इसका दौर….
यूं तो कल्ट फिल्म का दौर आज का नहीं है, यह काफी सालों से चला आ रहा है. लेकिन इन दिनों एक साथ कई कल्ट फिल्मों की सिनेमा स्क्रीनिंग की खबरों के बाद यह नाम काफी चर्चा में आ गया है. वहीं इसी कड़ी में 2001 में रिलीज हुई फिल्म ”रहना है तेर दिल में” को कल रिलीज किया गया है. यह फिल्म अपने समय में भले ही कमाल नहीं कर पाई थी, लेकिन बीते कुछ समय से इस फिल्म को एक खास वर्ग ने काफी पसंद किया और उसके साथ ही यह एक कल्ट क्लासिक फिल्म बन गयी और लोकप्रियता इस कदर बढी की फिल्म मैकर्स को एक बार फिर से इसे रिलीज करना पड़ा. साथ ही खबरें यह भी है कि, बहुत जल्द शाहरूख खान की कल्ट फिल्म परदेश को सिनेमा घरों में रिलीज किया जाएगा.
इन पुरानी लोकप्रिय फिल्मों की रिलीज से लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है, लोग इनके काफी उत्साहित है. लेकिन एक वर्ग है जो इस सवाल की खोज करने में लगा हुआ है कि, आखिर ये कल्ट फिल्म होती है क्या है, इसकी शुरूआत कब से हुई होगी और इनमें रहना है तेरे दिल में, परदेश के अलावा क्या कोई और भी फिल्म शामिल रही हैं? यदि आप भी इन सवालों का जवाब तलाश रहे हैं तो, यह खबर आपके लिए है क्योंकि, इस खबर में हम आपके इन सभी सवालों के जवाब देने जा रहे हैं..
क्या होती है कल्ट फिल्में ?
कल्ट सिनेमा (Cult Cinema) एक ऐसा टर्म है जो उन फिल्मों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जिनकी प्रशंसा और लोकप्रियता आम दर्शकों से हटकर, एक विशेष और समर्पित फैंटबेस के बीच होती है. इन फिल्मों की खासियत उनकी विशिष्टता, अनूठे विषय और कभी-कभी उनके विवादास्पद या विचित्र कंटेंट में होती हैं. कल्ट सिनेमा की फिल्मों को अक्सर आलोचकों या मुख्यधारा के दर्शकों द्वारा मुख्यधारा की हिट फिल्मों की तरह नहीं माना जाता, लेकिन ये किसी खास दर्शक वर्ग के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रिय होती हैं.
यदि इसे सामान्य भाषा में समझे तो, कल्ट फिल्म वह फिल्म होती है, जिन्हें उस दौर में पसंद नहीं किया जाता जिस दौर में वह रिलीज हुई थी. लेकिन फिर भी उनकी विशेष प्रशंसा और अनुयायी वर्ग काफी पसंद करता है. फिल्म का कोई किरदार, कथानक या संगीत सालों साल तक लोगों के दिलों में जिंदा रह जाता है और दर्शकों के दिल में एक स्थायी प्रभाव छोड़ जाने का काम करता है. ऐसी कल्ट फिल्मों की लिस्ट काफी लंबी है
कब हुई कल्ट फिल्मों की शुरूआत ?
बात करें अगर कल्ट फिल्मों की शुरूआत कि, तो इन फिल्मों की शुरूआत 1960 से 70 के दशक में हुई थी, जब कुछ फिल्में अपनी विशिष्टता और हिट या पॉपुलर कल्चर से अलग हटकर बनाई गईं. उन दिनों में, “द रॉकी हॉरर पिक्चर शो” जैसी फिल्में दर्शकों के बीच एक नई तरह की फिल्म देखने की आदत पैदा करने लगीं. इसके बाद साल 1980 और 1990 के दशकों में और भी अधिक फिल्में इस श्रेणी में आने लगीं. कुल मिलाकर कल्ट सिनेमा फिल्में आमतौर पर अपनी अनोखी पहचान, विशिष्ट स्टाइल, और प्रभावशाली फैंटबेस के लिए जानी जाती हैं.
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कल्ट फिल्मों में कौन सी फिल्में है शूमार ?
बेशक इन दिनों कल्ट फिल्मों के तौर पर रहना है तेरे दिल में और परदेश की चर्चा की जा रही है, लेकिन कल्ट फिल्म बनने वाली ये दोनो अकेली फिल्म नहीं है. कल्ट फिल्मों की लिस्ट काफी लंबी है,जिसमें 1994 में आयी अंदाज अपना अपना, 1983 में आयी जाने भी दो यार, रणबीर कपूर की रॉकस्टार, 1970 में आयी मेरा नाम जोकर, किंग खान की स्वदेश और 67 साल पहले रिलीज हुई मदर इंडिया जैसे कई सारी फिल्मों के नाम शामिल हैं.