पश्चिम बंगाल में हिंसा बरकरार, उठी राष्ट्रपति शासन की मांग
आम चुनाव के बाद से पश्चिम बंगाल में हिंसा जारी है। यहां पिछले 24 घंटे में 3 लोगों के मारे जाने की खबर है। तीनों ही तृणमूल कांग्रेस के समर्थक बताए जा रहे हैं।
उत्तर 24 परगना के कांकिनारा इलाके में हुए विस्फोट में 2 की मौत हो गई जबकि 4 घायल हो गए। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इलाके के आम लोगों में दशहत का माहौल है।
लगातार हो रही हिंसा के विरोध में भाजपा नेता राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रहे हैं। भाजपा महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि राज्य में जिस तरह हिंसा फैल रही है, वहां राष्ट्रपति शासन भी लग सकता है।
बीजेपी ने ममता सरकार पर हमला बोला है। विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल में हिंसा के लिए ममता बनर्जी जिम्मेदार हैं। वे बदले की भावना से लोगों को भड़का रहीं हैं। ममता कसम खाकर विरोधियों को मिटा देने की बात कह रही हैं चाहे अराजकता ही क्यों न फैल जाएं।
आगे कहा कि सारे गुंडे सत्ताधारी तृणमूल के पास ही हैं। उनके पास पिस्तौल और बम हैं। हमारे कार्यकर्ताओं के पास कोई हथियार नहीं है इसलिए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के बारे में सोचा जाना चाहिए।
सोमवार को भाजपा ने बंगाल में 12 घंटे बंद रखा और काला दिवस मनाया। कार्यकर्ताओं ने काली-पट्टी बांधकर विरोध-प्रदर्शन किया। कई जिलों में रेल ट्रैक और सड़कों पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया।
भाजपा का दावा है कि पिछले दो दिन में हिंसा में उसके 5 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है जिसमें से पुलिस ने 3 के शव बरामद कर लिए हैं।