#LabourDay : एक साथ विदा हुई 350 श्रमिकों की बेटियां

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कानपुर में श्रम विभाग द्वारा आयोजित ऐतिहासिक सामूहिक विवाह समारोह में मंगलवार को मंत्रोच्चार के बीच लगभग 350 जोड़ों ने एक दूसरे का हाथ थामा। सुबह के समय जहा बारात में सैकड़ों की संख्या में बाराती झूमते नजर आए वहीं दोपहर बाद बेटियों की विदाई हुई तो उपस्थित जनसमूह की आंखें भी नम हो गई।

16 लाभार्थी श्रमिकों की पुत्रियों का विवाह होना था

श्रम विभाग ने अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया था अंतिम समय में पंजीकृत 434 निर्माण श्रमिकों की बेटियों के सामूहिक विवाह की व्यवस्था श्रम विभाग ने की थी। इनमें कानपुर नगर के 269 लाभार्थी कानपुर देहात के 80 इटावा और औरैया के 31 कन्नौज के 18 एवं फर्रुखाबाद के 16 लाभार्थी श्रमिकों की पुत्रियों का विवाह होना था।

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इन लाभार्थियों में 20 मुस्लिम समुदाय की बेटिया भी शामिल थीं, लेकिन सुबह विवाह समारोह शुरू हुआ तो लगभग 350 जोड़े ही विवाह स्थल पर पहुंचे। इससे पहले श्रम विभाग के वेलफेयर हाउस से बारात निकाली गई गाजे-बाजे के साथ निकली बारात में एक साथ इतने सारे वरों को देखने के लिए भारी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।

अधिकारियों ने भी ठुमके लगाए और प्रसन्नता जाहिर की

नाचते गाते वर पक्ष के लोग समारोह स्थल तक पहुंचे जहा बारात की अगवानी उप श्रमायुक्त राजेश मिश्रा के नेतृत्व में प्रशासनिक व श्रम विभाग के अधिकारियों ने की।बेटियों की शादी में श्रम विभाग के अधिकारियों ने भी ठुमके लगाए और प्रसन्नता जाहिर की। बारात की अगवानी के बाद सबसे पहले 20 मुस्लिम श्रमिक कन्याओं के निकाह हुए तत्पश्चात हिंदू रीति-रिवाज से अन्य के विवाह संपन्न कराए गए। विवाह समारोह के लिए श्रम विभाग में अलग-अलग विवाह वेदिया बनाई गईं थीं। मंत्रोच्चार के साथ गायत्री परिवार के पुरोहितों ने विवाह संपन्न कराए। बाद में प्रीतिभोज का भी आयोजन किया गया।

दैनिक जागरण

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