बॉलीवुड की किसी एक्ट्रेस से कम नहीं हैं पंखुड़ी पाठक
भारतीय राजनीति में एक मुकाम बनाना टेढ़ी खीर से कम नहीं है, और अगर आप नॉन पॉलिटिकल बैकग्राउंड से हो तो और मुश्किल। आज हम एक ऐसे ही नॉन पॉलिटिकल बैकग्राउंड वाले चेहरे की बात कर रहे हैं जिनके ना तो पापा, चाचा या ताऊ राजनीति में थे और न ही दूर दूर तक कोई रिश्तेदार।
पंखुड़ी ने खुद के दम पर भारतीय राजनीति में एक अहम मुकाम हासिल किया है। हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक की। समाजवादी पार्टी की युवा नेता पंखुड़ी पाठक आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है।
इनकी खूबसूरती का तो हर कोई कायल है यू ही नहीं लाखों लोग इनको फॉलो करते हैं। बहुत कम समय में ही इन्होंने पार्टी में मजबूत पकड़ बनाई है। बल्कि सोशल मीडिया पर भी इनके लाखों फालोअर्स हैं। आइये आज हम आपको उनसे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताते हैं।
पंखुड़ी पाठक समाजवादी पार्टी की तेजतर्रार प्रवक्ता है। ये अक्सर ही कार्यक्रम और ट्वीट के जरिए सुर्खियां बटोरती रही हैं। अभी हाल ही में पंखुड़ी पाठक ने रमजान को लेकर ट्वीट किया था जिसके बाद चर्चा में आ गई थी।
उन्होंने अपने ट्वीटर में लिखा था कि सड़क पर नमाज पढ़ने के कारण वो आधा घंटे से जाम में फंसी हैं। वो इतने में नही रुकी उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर जनता को इस तरह से परेशान करना ठीक नहीं है। जाम में बच्चों से लेकर बड़ों को धूप में परेशान करना अधिकारों का हनन हैं।
पंखुड़ी पाठक ने सपा छोड़ने की बातों का खंडन करते हुए कहा कि सोशल मीडिया में आ रही खबरों को झूठा बताया है। उन्होंने कहा कि दुनिया में ऐसी ताकत नहीं है जो मुझे समाजवादी विचारधारा और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से अलग कर सके।
पंखुड़ी पाठक समाजवादी पार्टी की चर्चित युवा नेता हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान टीवी चैनलों पर होनेवाली बहसों में वह अक्सर समाजवादी पार्टी के पैनल में रहती थीं। पंखुड़ी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री ली है। वर्ष 2010 में हंसराज कॉलेज में ज्वाइंट सेक्रेट्री का चुनाव जीता था।दिल्ली के छात्रसंघ चुनाव में पंखुड़ी ने समाजवादी पार्टी को मजबूत किया था। वर्ष 2013 में उन्हें लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय सचिव बनाया गया। सोशल मीडिया पर उनके हजारों फॉलोअर हैं।
पंखुड़ी पाठक नॉन पॉलिटिकल बैकग्राउड से है
पंखुड़ी का जन्म 1992 में हुआ। दिल्ली में रहने वाली पंखुड़ी पाठक नॉन पॉलिटिकल बैकग्राउंड से हैं। पिता जे.सी पाठक और मां आरती पाठक डॉक्टर हैं, जो निजी प्रैक्टिस करते हैं। एक छोटा भाई चिराग पाठक है जो अभी ग्रेजुएशन सेकेंड ईयर का स्टूडेंट है। 2010 में हंसराज कॉलेज के चुनाव में पंखुड़ी ने ज्वाइंट सेक्रेटरी पद का चुनाव जीता। उस समय इनकी उम्र लगभग 18 साल थी। 2 से 3 साल तक पार्टी की तरफ से प्रत्याशियों को छात्रसंघ का चुनाव भी लड़ाया था। इसके बदले में पार्टी ने रिटर्न गिफ्ट देते हुए 2013 में लोहिया वाहिनी का नेशनल सेक्रेटरी बना दिया गया था।
राम-राम जपना, पराया माल अपना
लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब मेट्रो का उद्घाटन किया, तो सबसे दिलचस्प ट्वीट पंखुड़ी पाठक ने ही किया था। उन्होंने लिखा था, ‘राम-राम जपना, पराया माल अपना।’पंखुड़ी ने आरोप लगाया था कि मेरी इस पोस्ट के कारण भाजपा की तरफ से बलात्कार करने की धमकी दी जा रही है।
तेज प्रताप के साथ भी फोटो हुई थी वायरल
पंखुड़ी पाठक की लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के साथ फोटो वायरल हुई थी। पंखुड़ी 27 अगस्त 2017 को लालू यादव द्वारा किए गए भाजपा भगाओ देश बचाओ रैली में मंच पर उपस्थित थी। लालू यादव के द्वारा किए गए 27 अगस्त की रैली में उन्हें भी बुलाया गया था और वह रैली में शामिल भी हुई थी। इसी दौरान तेज प्रताप यादव के साथ उन्होंने एक तस्वीर खिंचवाई जिसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था । तस्वीर पोस्ट होते ही कई ग्रुप में यह वायरल हो गई थी और लोग इसके बारे में जानने की चेष्टा करने लगे थे।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)