सोशल मीडिया ने पहले ही कर दिया था विकास दुबे का एनकाउंटर !

Vikas Dubey encounter

कानपुर शूटआउट के इनामी बदमाश विकास दुबे के एनकाउंटर पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस के इस एनकाउंटर पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी समेत विपक्ष के कई बड़े नेताओं ने सवालिया निशान लगा दिये हैं।

बता दें कि नेताओं समेत कई लोगों ने विकास के एनकाउंटर की आशंका जताई थी। यह भी कहा जा रहा है कि पुलिस ने पहले से एनकाउंटर की तैयारी कर ली थी। मीडिया को भ्रमित करने के लिए काफिले के पीछे लगी एक गाड़ी को पलटाया गया। जो गाड़ी पलटी वह टीयूवी 300 थी, जबकि विकास जिस गाड़ी में था वह टाटा सफारी थी। हालांकि इस पर अभी आधिकारिक बयान नहीं आया है।

IPS अमिताभ ठाकुर ने विकास दुबे के एनकाउंटर की जताई थी आशंका-

इस मुठभेड़ के लेकर यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने तकरीबन 20 घंटे पहले एक ट्वीट किया था, और ये आशंका जताई थी कि विकास दुबे के सरेंडर के बाद उसका एनकाउंटर हो सकता है। अब ये ट्वीट सोशल मीडिया के कई मंचों पर वायरल हो रहा है।

आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने ट्वीट करते हुये लिखा था कि ”विकास दूबे का सरेंडर हो गया। हो सकता है कल वह UP पुलिस कस्टडी से भागने की कोशिश करे, मारा जाये। इस तरह विकास दूबे चैप्टर क्लोज हो जायेगा, किन्तु मेरी निगाह में असल जरुरत इस कांड से सामने आई UP पुलिस के अन्दर की गंदगी को ईमानदारी से देखते हुए उसपर निष्पक्ष/कठोर कार्यवाही करना है।

https://twitter.com/Amitabhthakur/status/1281128705335521281?s=20

https://twitter.com/Amitabhthakur/status/1281491312739414016?s=20

कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने जताया था शक

कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि जिसका शक था वह हो गया। विकास दुबे का किन-किन राजनैतिक लोगों से, पुलिस व अन्य शासकीय अधिकारियों से संपर्क था। अब उजागर नहीं पाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले 3-4 दिनों में विकास दुबे के साथियों का एनकाउंटर हुआ है, लेकिन तीनों एनकाउंटर के पैटर्न एक समान क्यों हैं?

कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा की आशंका-

कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने लिखा, एनकाउंटर की आशंका कल से ही थी। इसी कारण सुप्रीम कोर्ट में याचिका कल प्रस्तुत हो चुकी है। यह कस्टडी में मौत का प्रकरण है। घटना की परिस्थितियों की जांच कोर्ट की निगरानी,नियंत्रण में हो। विकास को दंड मिलना तो निश्चित था परंतु यह पूरे खुलासे और कानूनी प्रक्रिया से होना था।

विकास के एनकाउंटर की आशंका को लेकर SC में याचिका-

उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा विकास दुबे के पांच सहयोगियों की हत्या की सीबीआई जांच की मांग को लेकर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की गई थी। इस याचिका में विकास दुबे के मारे जाने से पहले उसको कथित एनकाउंटर में ढेर किए जाने की संभावना भी व्यक्त की गई थी।

याचिकाकर्ता घनश्याम उपाध्याय ने याचिका दाखिल करके दुबे को पर्याप्त सुरक्षा दिए जाने की मांग की थी। याचिका में कहा गया कि मुठभेड़ के नाम पर पुलिस द्वारा आरोपियों को मारना कानून के शासन के खिलाफ है और यह मानव अधिकार का गंभीर उल्लंघन है और यह देश के तालिबानीकरण से कम नहीं है।

वहीं सोशल मीडिया पर कई लोगों ने विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर इसी प्रकार की टिप्पणी की थी। लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए विकास के एनकाउंटर की आशंका जताई थी।

https://twitter.com/DhruvGu84042653/status/1280893584925843456?s=20

https://twitter.com/qshaikhu/status/1281079127198494723?s=20

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