राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति बनने के सवाल पर वेंकैया ने दिया ये जवाब..

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देश में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां जोर शोर से जुट गईं हैं। ऐसे में सत्ताधारी एनडीए पर सबकी नजर टिकी हुई है। वहीं यूपीए भी अपना तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। सोनिया गांधी की अगुवाई वाले यूपीए बीजेपी विरोधी दलों को मिलाकर राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार के चयन के लिए कवायद शुरू कर दी है।

इसी बीच एक खबर चौंकाने वाली आई है। हालांकि इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी हुआ है। देश का अगला राष्ट्रपति चुने जाने की कवायद के बीच केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने शब्दों से खेलने के अपने चिर-परिचित अंदाज में खुद को दौड़ से बाहर बताया है।

दरअसल, कुछ समाचारपत्रों और टीवी चैनलों में वेंकैया नायडू को राष्ट्रपति या फिर उपराष्ट्रपति पद के लिए संभावित दावेदार बताया जाता रहा है। मंगलवार को जब इस संदर्भ में उनसे सवाल किया, तो उन्होंने चिर-परिचित शैली में जवाब दिया, न मैं राष्ट्रपति बनना चाहता हूं, न उपराष्ट्रपति… मैं सिर्फ ‘उषा-पति’ बनकर खुश हूं।

भारत में राष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों तथा राज्यों की विधायिकाओं के सदस्यों द्वारा किया जाता है, जबकि उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों के सदस्य करते हैं। पिछले सप्ताह विपक्षी दलों ने तय किया था कि वे सरकार द्वारा राष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी की घोषणा होने के बाद ही तय करेंगे कि क्या वह उन्हें स्वीकार्य हैं, या वे इस पद के लिए चुनाव की स्थिति पैदा करेंगे। मौजूदा राष्ट्रपति डॉ प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल जुलाई में समाप्त होने जा रहा है।

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