Varanasi : जमीन विवाद में पिटाई के बाद युवक ने लगा ली फांसी
भाई ने दबंगों को मौत के लिए ठहराया जिम्मेदार, थाने में दी तहरीर
Varanasi : वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र के डीहवा (द्वारिकापुर) निवासी 20 वर्षीय वीरप्रताप सिंह ने शनिवार की रात कमरे में पंखे की कुंडी से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना में मृतक के भाई रोशन कुमार सिंह ने थाने में तहरी दी है और इमिलिया गांव के राजेश सिंह, अटेसुआ के संजय यादव समेत अज्ञात दबंगों को वीर प्रताप की मौत का जिम्मेदार ठहराया है. पुलिस ने जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वह मामले की जांच कर रही है. साथ ही इस घटना की सूचना आला अधिकारियों को दी गई है. इस घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा है.
धोखे से 16 बिस्वा जमीन लिखवाने व धमकी का आरोप
वीर प्रताप सिंह डीहवा गांव के धर्मेंद्र सिंह के दो बेटों में छोटा था. बड़े भाई रोशन कुमार सिंह थाने में दी गई तहरीर में बताया कि इमिलिया के राजेश सिंह ने दो साल पहले उसके पिता धर्मेंद्र सिंह से धोखे से उनकी द्वारिकापुर की 16 बिस्वा जमीन का बैनामा करा लिया था. उसका पूरा पैसा भी नही दिया. इसकी जानकारी के लोगों को हुई तो गांव के लोगों की कई बार पंचायत हुई. पंचायत के दौरान राजेश सिंह ने जमीन के रूपये देने की बात कही. लेकिन बाद में टालमटोल करने लगा. शनिवार की शाम को राजेश सिंह अपने साथ संजय यादव और कुछ दबंगों को लेकर उसकी जमीन पर पहुंचा. सब मिलकर जमीन की नापी करते हुए कब्जा लेने लगे.
Also Read : Year Ender 2023: इस साल स्कैमर्स ने ठगी इन तरीकों से लगाया लोगों को चूना
पिटाई के बाद लौटा और अपने को कमरे में बंद कर लिया
जमीन पर कब्जे की जानकारी वीर प्रताप को हुई तो वह अपनी नानी को लेकर जमीन पर पहुंचा. उसने कब्जे का विरोध किया तो राजेश और दबंगो ने नानी और वीर प्रताप को गालियां दी. उन्हें धकेलकर भागाने लगे और दबंगों ने वीर प्रताप की पिटाई कर दी. कहाकि यहां से भाग जाओ नही तो जान से मार देंगे. इससे मेरा भाई काफी डर गया. वह लौटकर घर आया. खाना खाकर अपने कमरे में गया और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया. रविवार की सुबह परिवार के लोग उसे जगाने गये तो दरवाजा नही खुला.
अंदर से कोई प्रतिक्रिया नही हुई तो अनहोनी की आशंका से परिजनों ने दरवाजा तोड़ दिया. अंदर फांसी के फंदे पर वह लटका हुआ था. इसके बाद जीवित होने की उम्मीद में परिजनों ने शव को फंदे से उतार दिया. लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी. डायल 112 को सूचना पर पुलिस पहुंची. रोशन का आरोप है कि जमीन विवाद को लेकर राजेश और उसके लोग दोनों भाईयों को पहले से धमकियां देते रहे. शनिवार को पिटाई और जान से मारने की धमकी से वीर प्रताप को गहरा सदमा लगा. इसके कारण उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. घटना के बाद गांव में चर्चाओं का बाजार गर्म है.