वाराणसी के मंडुवाडीह थाना क्षेत्र के जलालीपट्टी में गुरूवार की रात हिस्ट्रीशीटर सोनू यादव (28) की गोली मारकर हत्या के बाद शुक्रवार को परिजनों और आसपास के लोगों ने जमकर हंगामा किया. सोनू की हत्या के बाद मौके से तीन जिंदा कारतूस और दो खोखे बरामद हुए थे. घटना का कारण सोनू यादव और उसके परिवार से पुरानी रंजिश है. शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन उसके घर ले आये तो कोहराम मच गया. इस दौरान हत्या के दूसरे दिन शुक्रवार को पता चला कि हत्या में शामिल सुनील उर्फ बाबू और कल्लू पटेल ने थाने में सरेंडर कर दिया. हालांकि पुलिस दूसरे दिन इसे अपने गुडवर्क में दिखा सकती है.
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गौरतलब है कि हिस्ट्रीशीटर सोनू यादव नाथूपुर गांव का निवासी था. नाथूपुर और जलालीपट्टी सटे मोहल्ले हैं. सोनू यादव नाथूपुर स्थित अपने घर से करीब दो सौ मीटर दूर जलालीपट्टी में गुरूवार की रात करीब सवा दस बजे मौजूद था. इसी दौरान बुलेट मोटरसाइकिल सवार दो बदमाश आये. दोनों से सोनू की बातचीत हुई. विवाद भी हुआ. विवाद के दौरान अचानक एक बदमाश ने पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. गोली उसके सिर में मारी गई. इतने में सोनू यादव लहूलुहान होकर गिरा और बदमाश मोटरसाइकिल लेकर भाग निकले. हालांकि इस घटना के दौरान आसपास कुछ लोग मौजूद रहे. उन्होंने दोनों पक्षों में विवाद होते और गोली चलाते भी देखा. लेकिन उसके लहूलुहान होकर गिरते ही सभी घरों में दुबक गये. गोली मारे जाने की सूचना पर सोनू यादव के परिवार के लोग पहुंचे. पुलिस को सूचना दी गई. आनन-फानन में उसे बीएचयू ट्रामा सेंटर ले जाया गया. लेकिन चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस घटना के बाद सोनू के परिवार में कोहराम मच गया. सूचना पर पुलिस अधिकारी और फोरेंसिक टीम पहुंची. शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. हालांकि यह मामला पुरानी रंजिश का ही निकला.
पिता की पहले ही हो चुकी है हत्या
दूसरे दिन शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शव घर लाया गया. इसके बाद परिजनों और आसपास के लोगों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया. सोनू यादव का जरायम जगत से पुराना नाता रहा. उसके पिता रामशीष यादव की क्रिकेट के विवाद में बीच-बचाव के दौरान लाठियों से मारकर हत्या कर दी गई थी. चक्काजाम की सूचना पर डीसीपी वरूणा जोन श्यामनारायण सिंह ने आरोपितों की गिरफ्तारी और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का आश्वासन दिया. इसके बाद जाम समाप्त हुआ.