वाराणसी: देवदीपावली पर देशी–विदेशी कलाकर बिखेरेंगे जलवा, 20 लाख दीपों से जगमग होंगे गंगा घाट

0

वाराणसी: प्रांतीय मेले देवदीपावली के अवसर पर 15 नवंबर को काशी की भव्यता को दर्शाया जाएगा. दुनिया को सनातन धर्म की दिव्यता से रूबरू कराया जाएगा. संस्कृति, पंरंपरा और विरासत के संरक्षण के साथ आधुनिकता का भी समावेश इस बार देखने को मिलेगा. इंडियन आइडल के कलाकार और अमेरिकन नृत्य समूह जलवा बिखेरेंगे. वाराणसी के 82 घाटों पर आर-पार 20 लाख दीप जलाए जाएंगे.

5 लाख दिये गंगा समितियां जलाएंगी. वरुणा नदी और कुंड-तालाब भी रोशन होंगे. इस बार 12 से 14 नवंबर तक अस्सी घाट पर गंगा महोत्साव के दौरान विभिन्न सांस्कृकतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे जिसमें शास्त्रीय संगीत के नामचीन कलाकार शिरकत करेंगे. नमो घाट पर मुख्यामंत्री योगी आदित्यगनाथ देवदीपावली का शुभारंभ करेंगे और काशी वासियों को सौगात भी देंगे. इस अवसर पर काशी की अलौकिक छटा देखने को मिलेगी.

जिलाधिकारी ने आयोजनों को किय साझा

जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने आज शनिवार को देवदीपावली महात्सकव के कार्यक्रमों को मीडिया से साझा किया. बताया कि भारतवंशी सुजाता मेजोमेरी 15 सदस्यीय अमेरिकन डांस ग्रुप का प्रतिनि‍धित्व करेंगी. 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर देव दीपावली का भव्य आयोजन काशी के समस्त घाटों पर किया जाएगा. गंगा महोत्सव के अंतर्गत होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए 35 से ज्यादा कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे. तीन दिन तक होने वाले गंगा महोत्सव कार्यक्रम में नामचीन कलाकारों के साथ स्थानीय कलाकारों को भी अपनी प्रतिभा दर्शाने का मौका मिलेगा. इसके अलावा कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए चेतसिंह घाट पर भव्य लेजर शो का आयोजन होगा और विश्वनाथ धाम के सम्मुख गंगा पार ग्रीन फायर आतिशबाजी का भी आयोजन किया जाएगा. देव दीपावली के अवसर पर काशी में विशिष्ट अतिथियों के उपस्थित रहने की भी उम्मीद है.

विश्वविख्यात हो चुकी देवदीपावली

डीएम ने बताया कि पंचगंगा घाट से शुरू हुई देव दीपावली विश्वविख्यात हो चुकी है. नमो घाट पर शास्त्रीय गीत और संगीत का भव्य आयोजन किया जा रहा है. इसके लिए कई कलाकारों ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है. लेजर शो के जरिए काशी के एंतिहासिक विरासत और विकास यात्रा को भी दर्शाया जाएगा.

युद्धस्तर पर हो रही तैयारियां

गंगा महोत्सव और देव दीपावली को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. यहां पर टेंट और मंच बनाने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. इसके साथ ही घाट, आसपास के घर, होटल पेड़ों के साथ ही अन्य चीजों को इलेक्ट्रॉनिक रंग-बिरंगे झालरों से सजाया जा रहा है. गंगा महोत्सव में पांच टेंट लगाए जा रहे हैं. जो कलाकारों के लिए होंगे. यहां का मंच 36 गुड़े 52 फीट के आकार में बनाया जा रहा है. पहली बार गंगा महोत्सव का आयोजन 80 घाट पर किया जा रहा है.

यहां पर लगभग 3000 आदमियों के बैठने की व्यवस्था रहेगी. बैठने के लिए बकायदे व्हीलचेयर मंगाया गया है.इस कार्यक्रम में पद्मश्री और पद्म विभूषण अपने कला की प्रस्तुति देने पहुंचेंगे. बनारस घराना और लखनऊ घराना सहित अन्य घरानों के कलाकार भी शामिल हो रहे हैं. इन सबका मैनेजमेंट देख रहे राज ने बताया कि मंच, टेंट, कारपेट और चेयर 12 तारीख को लगाकर तैयार देना है. उन्होंने बताया कि मंच के पीछे एलईडी भी लगाया जाएगा. इस कार्य को लगाने के लिए 60 मजदूर लगाए गए हैं.

काशी गंगा महोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रम

कार्यक्रम स्थल अस्सी घाट

12 नवम्बर 2024 – प‌द्मभूषण पडित साजन मिश्र (शास्त्रीय गायन) बनारस घराना (नई, दिल्ली).

आराधना सिंह, भजन एवं लोकगायन (वाराणसी)

सुप्रिया शाह, सितार वादन (वाराणसी)

पारसनाथ यादव बिरहा गायन (गाजीपुर)

विपुल चौबे, लोकगायन (वाराणसी)

शिवशकर विश्वकर्मा, भजन गायन (वाराणसी

डा० यास्मिन सिंह कथक नृत्य (दिल्ली)

हिमांशी कतराड्‌डा, कुल्चीपूडी (हैदराबाद, तेलगाना)

काशी रस बैण्ड, शास्त्रीय वादन (वाराणसी)

विदूषी डा० नवनीता चौधरी शास्त्रीय गायन (कोलकाता)

13 नवम्बर – बंदा बैरागी, गायन (मुम्बई)

डा० श्रावणी विश्वास, सितार वादन (वाराणसी)

डा० मधुमिता भट्टाचार्य, शास्त्रीय गायन (वाराणसी)

आकाक्षा त्रिपाटी गायन (वाराणसी)

साधो दि बैण्ड, (जतिन एवं समूह) समूह गायन दिल्ली

नयनिका घोष, कथक नृत्य (गुरुग्राम हरियाणा)

अनु सिन्हा कथक नृत्य (दिल्ली)

जगदीश्वर प्रिया लक्ष्मी फाउण्डेशन, समूह नृत्यः (दिल्ली)

रिचा गुप्ता समूह नृत्य (नई दिल्ली)

अरुण मिश्रा गायन (वाराणसी)

Also Read: वाराणसी- कुंवारी लड़कियों को बताया गर्भवती, मांगा स्पष्टीकरण …

14 नवम्बर- विदुषी सुजाता गुरव शास्त्रीय गायन (धारवाड, कर्नाटक)
पदमश्री पं० शिवनाथ मिश्रा की तीन पीढ़ियों द्वारा सितार वादन जुगलबंदी (वाराणसी)
पद्मश्री कुमारी देवयानी भारतनाट्यम नृत्य (नई दिल्ली)
नरेन्द्र मिश्रा (सितार) एव सुखदेव मिश्रा (वायलिन) की जुगलबंदी (वाराणसी)
सौरभ गौरव मिश्र, कथक नृत्य (वाराणसी)
अदिति शर्मा, कथक नृत्य (वाराणसी)
आस्था शुक्ला, गायन (वाराणसी)
रश्मि मेनन (कलैमामानी) भारतनाट्यम नृत्य (चेन्नई)
वन्दना मिश्रा, समूह नृत्य (अयोध्या)
अमलेश शुक्ला, लोकगायन (वाराणसी)
राधा प्रजापति, राई धीमर नृत्य (झांसी)
हेमन्त बृजवासी, गायन (मथुरा)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More