ग्रामीण क्षेत्र में अगलगी से फसलों की क्षति, हाइवे और आसपास आग लगने की घटनाओं पर तत्काल काबू पाने की मंशा से खजुरी गांव में अग्निशमन केंद्र खोलने की योजना को हरी झंडी मिल गई है. वाराणसी के मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग के दक्षिण तरफ ग्राम पंचायत खजुरी में दो यूनिट अग्निशमन केंद्र बनाने के लिए शासनादेश जारी हो गया है. इस बाबत मुख्य अग्निशमन अधिकारी आनंद सिंह राजपूत ने बताया कि यहां 23 कर्मचारियों की नियुक्ति होगी. इसमें तीन पद मानक के अनुसार आउटसोर्सिंग से रखे जायेंगे.
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23 कर्मचारियों के अलावा अफसरों की होगी तैनाती
अग्निशमन केंद्र में क्लास सी के 23 पोस्ट और क्लास डी के तीन पोस्ट होंगे. इसके लिए प्रशासनिक भवन बनेगा और चार फायर इंजनों की यहां मौजूदगी रहेगी. जो किसी भी आपात स्थिति में आग बुझाने में सक्षम होंगे. निर्माण के लिए जल्द ही बजट की स्वीकृति और कार्यदायी संस्था का चुनाव कर लिया जायेगा. इस कार्य के जल्द शुरु होने की उम्मीद है. इसके अलावा यहां एक अग्निशमन अधिकारी, एक सेकेंट अफसर, एक एएसआई (एम), दो लीडिंग फायर मैन, दो फायर सर्विस चालक, 16 फायरमैन की तैनाती होगी. कुक, कहार और सफाईकर्मी आउटसोर्सिंग पर रखे जायेंगे. दूसरी और बड़ागांव ब्लाक के कुरू गांव में 4050 वर्ग मीटर जमीन अग्निशमन केंद्र बनाने के लिए मंजूरी मिल चुकी है है. गौरतलब है कि अग्निशमन केन्द्र बन जाने से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों खासकर किसानों को सहूलियत होगी. अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों में आग लगने के बाद सूचना पर वाराणसी के भेलूपुर व चेतगंज से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और कर्मचारी आते है. तबतक बहुत देर हो जाती थी. हालांकि ग्रामीण क्षेत्र के कुछ थानों में फायर ब्रिगेड की गाड़ियों की पिछले कुछ सालों से की जा रही है. लेकिन यह व्यवस्था भी नाकाफी है. आग लगने की सबसे अधिक घटनाएं गर्मी में ही होती हैं. गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है. देखना यह है कि ग्रामीणों को यह सुविधा कब तक मिल पाती है.