कोरोना को मात देकर घर लौटे मरीज तो कमिश्नर-डीएम ने बरसाए फूल
कोरोना के खिलाफ छिड़ी जंग में डॉक्टरों को फिर से जीत हासिल की है। पंडित दीनदयाल अस्पताल में भर्ती वाराणसी और आसपास के 11 मरीज पूरी तरह ठीक होकर घर लौटे।
महामारी कोरोना के खिलाफ छिड़ी जंग में डॉक्टरों को फिर से जीत हासिल की है। पंडित दीनदयाल अस्पताल में भर्ती वाराणसी और आसपास के 11 मरीज पूरी तरह ठीक होकर घर लौटे। इस दौरान जिला प्रशासन और डॉक्टरों की टीम ने अस्पताल से लौट रहे मरीजों का फूल- मालाओं से स्वागत किया।
कोरोना मुक्ति की ओर कदम-
कोरोना मुक्ति की ओर काशी ने तेजी से कदम बढ़ाए हैं। कोरोना पॉजिटीव के 5 पेसेंट पहले ही ठीक हो चुके थे। अब 3 और मरीज दुरुत्त होकर अपने घर लौट गए। इस तरह बनारास में कोरोना के अब सिर्फ 6 पेसेंट मौजूद हैं। मंगलवार को अस्पताल से डिस्चार्ज होने वाले पेसेंट में 3 बनारस के और शेष 8 गाजीपुर और जौनपुर के रहने वाले हैं।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि वाराणसी शहर के लिए आज दो अच्छी चीज़ें हुई हैं। मंडल के इस एल-1 श्रेणी के अस्पताल से एक साथ 11 मरीज कोरोना वायरस को पछाड़ के अपने घरों को जा रहे हैं। यह इस बात को दर्शाता है कि कितनी अच्छी तरह से इस अस्पताल में डॉक्टर्स मरीज़ों का ट्रीटमेंट कर रहे हैं और यहाँ कि वयवस्था कितनी अच्छी है।
फूल बरसाकर किया स्वागत-
जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जो लड़ाई इन मरीजों ने लड़ी है वह अनुकरणीय है। और समाज को और शहर के लोगों को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। यदि किसी को कोरोना का लक्षण मिलता है तो वह घबराए नहीं।
अपने आत्मबल और बेहतर देखरेख के बलबूते बहुत जल्दी ही वो ठीक भी हो जाएंगे जैसे ये लोग ठीक हुए। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही हमने सभी मरीज़ों से आग्रह किया है कि अपनी सक्सेज स्टोरी अपने आस पास के लोगों को बताएं ताकि वो इससे प्रेरित हों और कोरोना से भयभीत न हो।
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