मम्मी-पापा की रिहाई के लिए पीएम से गुहार लगाने पहुंची मासूम चम्पक, नहीं मिला कोई आश्वासन
पिछले एक पखवारे से बिना मम्मी-पापा के रह रही मासूम चम्पक के परिजनों के सब्र का बांध छलकने लगा है। चम्पक के माता पिता की रिहाई के लिए परिजनों ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई। परिजनों ने पीएम के संसदीय कार्यालय में एक ज्ञापन दिया और चम्पक के मम्मी पापा को जेल से छोड़ने की अपील की।
चम्पक के परिजनों ने की अपील-
चम्पक की दादी शीला तिवारी की माने तो 1 साल 4 महीने की चम्पक अभी तक अपनी माँ का दूध पीती थी। लेकिन मां के जेल जाने की वजह वह इससे महरूम है, लिहाज से बाजार का दूध दिया जा रहा है। इसकी वजह से उसकी सेहत पर असर पड़ रहा है। दादी बताती हैं पिछले कुछ दिनों से तो उसने बाजार का दूध भी पीना छोड़ दिया है। दिन रात अपनी माँ के लिए रोती है। हम प्रधानमंत्री से अपील करते हैं कि वह चम्पक की मजबूरी को समझे और उसकी मम्मी पापा को जेल से रिहा करें।
#वाराणसी-चम्पक के परिजनों ने लगाई पीएम @narendramodi से गुहार
-चम्पक के माता-पिता को रिहा करने की गुहार, दिया ज्ञापन
-19 दिसंबर को हुए प्रदर्शन में गिरफ्तार हैं चम्पक के माता-पिता
-माता-पिता से दूर है 1 साल 4 महीने की है चम्पक pic.twitter.com/QLVtxanK95— Journalist Cafe (@journalist_cafe) December 30, 2019
नहीं मिला ठोस आश्वासन-
इस बीच परिजनों को अभी तक रिहाई के बाबत कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है। ना तो संसदीय कार्यालय के कर्मचारियों ने उचित जवाब दिया और ना ही किसी प्रशासनिक अधिकारी की तरफ से अभी तक आश्वासन मिला है। आपको बता दें कि चम्पक के माता पिता एकता शेखर और रवि शेखर सामाजिक कार्यकर्ता हैं। 19 दिसंबर को बनारस में प्रदर्शन में दोनों को गियाफ्तार किया गया है।
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