वाराणसीः काशी व रामेश्वरम के बालू से बने रामेश्वरम का हुआ भस्माभिषेक

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वाराणसीः दक्षिण भारत की सुप्रसिद्ध पीठ विशाखा शारदा पीठम द्वारा शिवाला स्थित चेत सिंह किला परिसर में आयोजित तीन दिवसीय अध्यात्मिक समागम सनातन कुन्ज के तहत सोमवार को भव्य महारूद्र एवं शतचंडी याग की पुर्णाहुति की गई. इसके साथ विशाखा श्री शारदा पीठम के पीठाधिपति महास्वामी स्वरूपानन्देन्द्र सरस्वती महाराज एवं विशाखा श्री शारदा पीठम के उत्तराधिकारी स्वामी स्वात्मानन्देन्द्र सरस्वती महाराज ने काशी व रामेश्वरम के बालू से निर्मित रामेश्वरम सैकत लिंग का भस्माभिशेक एवं पूजन अर्चन किया.

श्रोताओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों को सराहा

इस संदर्भ में जानकारी देते हुए विशाखा श्री शारदा पीठम के महा प्रबंधक पी किशोर ने बताया कि इस भव्य अध्यात्मिक समागम में सायं श्री शिव पार्वती कल्याणम, आयोजन किया गया है. इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिलाओं ने भाग लिया. सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत कन्हैया दुबे के डी के संयोजन में अमलेश शुक्ला ने शिव तांडव सहित अनेक सुमधुर भजनो की प्रस्तुति की.सांस्कृतिक कार्यक्रम के अन्तर्गत विजयवाडा से पधारे कलारत्न वीवी विश्वनाथ एवं एम सुधाकर ने कर्नाटक संगीत मे गायन प्रस्तुत किया. इसमें मृदंगम पर प्रसाद ने संगत किया. इस कार्यक्रम को श्रोताओं की खूब सराहना मिली.

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दक्षिण भारत के 200 वैदिक विद्वान् ने लिया भाग

इसी क्रम में सायं गंगा में कार्तिक दीपोत्सव भव्य आयोजन किया गया. कार्यक्रम में देश के कई प्रमुख संत महंत के साथ काशी एवं दक्षिण भारत के लगभग 200 वैदिक विद्वान् भाग ले रहे हैं. कार्यक्रम में प्रमुख रूप से आंध्रा आश्रम के ट्रस्टी वी वी सुन्दर शास्त्री,शारदा पीठम ,वाराणसी के महाप्रबंधक पी किशोर कुमार, प्रबंधक, पी रामकृष्ण , कांची मठ के प्रबंधक वी सुब्रमण्यम मणि, श्रीनिवास जी, टी गजानन जोशी, सी बी सुब्रमण्यम, चक्रवर्ती सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे.

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