वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र के काशीपुरम कालोनी स्थित आवास में रविवार की रात रविशंकर यादव उर्फ गोलू (25) ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. वह चंदौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र के मटियार गांव का निवासी था. चार दिन पहले ही वह वाराणसी घूमने और काम की तलाश में अपने ममेरे भाई के कमरे पर आया था. परिवार के युवा की मौत से परिवार को गहरा सदमा लगा है.
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रविशंकर यादव मटियार गांव के छोटेलाल यादव के दो बेटों में छोटा था. वह गुजरात के सूरत की निजी कम्पनी में काम करता था. लेकिन वहां उसका काम में मन नही लगता था. पिछले दिनों वह सूरत से घर आ गया.
चार दिन पहले आया था ममेरे भाई के पास
इसके बाद रविशंकर चार दिन पहले वाराणसी आकर लंका क्षेत्र के काशीपुरम कालोनी में रहनेवाले ममेरे भाई अनूप यादव के आवास पर रह रहा था. अनूप डिलिवरी ब्वाय का काम करता है. रविवार की रात अनूप नौकरी पर चला गया. सोमवार की सुबह अनूप पहुंचा तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था. अनूप ने दरवाजा खटखटाया, आवाज लगाई लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नही हुई. काफी प्रयास के बाद उसे संदेह हुआ तो उसने खिड़की से झांका. देखा कि फांसी के फंदे पर रविशंकर की लाश लटक रही है. यह देख उसके होश उड़ गये और वह शोर मचाने लगा. इतने में आसपास के लोग जुटे. अनूप ने रविशंकर के परिवारवालों और पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने दरवाजा तोड़ा.
कमरे से नही मिला कोई सुसाइड नोट
घटनास्थल की जांच के बाद शव फंदे से उतारा गया. इस दौरान रोते-बिलखते परिजन आ चुके थे. पुलिस की जांच में मौके से कोई सुसाइड नोट नही मिला है. फांसी पर लटकते समय रविशंकर के कान में ईयरफोन लगा हुआ था. इससे आशंका जताई जा रही है कि खुदकुशी से पहले या उसी वक्त वह किसी ने आनलाईन बात कर रहा था. घटना की वजह से ममेरे भाई और परिवारवाले अनजान हैं. पुलिस ने रविशंकर का मोबाइल कब्जे में ले लिया है. यह जांच की जा रही है कि मौत से पहले वह किससे बात कर रहा था. उस बात करनेवाले व्यक्ति से पूछताछ में मौत का कारण स्पष्ट होने का अनुमान है. परिवारवालों के मुताबिक रविशंकर ने कक्षा आठ तक पढ़ाई की थी. इसके बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी थी. पुलिस युवक की बेरोजगारी, आर्थिक तंगी और प्रेम प्रसंग को घटना का कारण मानकर जांच कर रही है.