UPMASICON 2024 : BHU के सर्जरी सम्मेलन में पहुंचे 700 सर्जरी विशेषज्ञ, शुरू हुई चर्चा
आधुनिक उपचारों के बदलते पहलुओं पर विशेषज्ञ दे रहे विचार
वाराणसी में IMS BHU के K.N. Udupa Auditorium में तीन दिवसीय सर्जरी सम्मेलन UPMASICON 2024 का शुभारंभ शुक्रवार को सुबह 9 बजे हुआ. इस कार्यक्रम में 20 से अधिक शहरों के सर्जन और सार्क देशों के प्रतिनिधि सर्जन, साथ ही लगभग 700 सर्जरी के विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं. सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य सर्जरी के क्षेत्र में नई तकनीकों और आधुनिक उपचारों के बदलते पहलुओं पर चर्चा करना है.
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सर्जरी के रेजीडेंट्स के लिए परीक्षाओं से संबंधित परिचर्चाएं और विमर्श भी इस सम्मेलन के हिस्सा रहे. यह आयोजन डॉ. पुनीत (अध्यक्ष), डॉ. सीमा खन्ना (विभागाध्यक्ष, सर्जरी), और डॉ. शशि प्रकाश (सचिव, आयोजन समिति) के नेतृत्व में किया जा रहा है. सम्मेलन का शुभारंभ आज सुबह 9 बजे हुआ।
खाद्य नली, अग्न्याशय, स्तन कैंसर, और हर्निया के बताए आधुनिक इलाज
एसोसिएशन ऑफ सर्जन ऑफ इंडिया (ASI) के अध्यक्ष डॉ. प्रोबल नियोगी और विभिन्न शहरों से आए 20 से अधिक सर्जनों ने महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं. सम्मेलन में खाद्य नली का कैंसर, अग्न्याशय का कैंसर, स्तन कैंसर, और हर्निया के आधुनिक उपचारों पर चर्चा की गई. विशेषज्ञों ने लेजर, रोबोटिक, और लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के विभिन्न उपयोगों पर भी अपने विचार व्यक्त किए.
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रोबोटिक विधि से खाने की नाली की सर्जरी के बारे में बताया
कार्यक्रम में कई वरिष्ठ सर्जन, प्रोफेसर, और छात्र भाग ले रहे हैं. डॉ. चेरिंग तंदूप (चंडीगढ़) ने अग्न्याशय सर्जरी में लेप्रोस्कोपिक तकनीक की महत्ता पर प्रकाश डाला और उसका प्रशिक्षण दिया. डॉ. अभिजीत दास (चेन्नई) ने रोबोटिक विधि से खाने की नाली की सर्जरी पर चर्चा की, जबकि डॉ. अमित श्रीवास्तव (आगरा) ने पित्त की नली की सर्जरी के लिए दूरबीन विधि की प्रक्रिया समझाई. डॉ. सी. वेद संहिता (दिल्ली) ने दुर्घटना में घायल मरीजों के लिवर चोट के इलाज की बारीकियों को समझाया, और डॉ. विक्रांत सिंह चौहान (गाजियाबाद) ने रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत से संबंधित अपने अनुभव साझा किए.