लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए एक खुशखबरी है। उत्तर प्रदेश रोडवेज प्रबंधन (UPSRTC) 1 जून से बसें चलाने की तैयारी में है। इसके लिए परिवहन विभाग ने कार्ययोजना भी बना ली है और रोडवेज विभाग ने बसों को 30 मई तक फिट करने के निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही बस में यात्रा करने के लिए कुछ गाइडलाइंस (guidelines) भी जारी की गई हैं। लॉकडाउन-4 की ड्रांस्पोर्टेशन संबंधित गाइडलाइन्स को पालन करने की जिम्मेदारी बस अड्डा प्रभारी और ड्राइवर-कंडक्टर की होगी।
प्रदेश की सड़कों पर दौड़ेंगी बसें…
जानकारी के मुताबिक, पिछले 2 महीने से बंद पड़ी बसों की मरम्मत की जा रही है, जिसे 30 मई तक इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। यदि इस दौरान शासन की ओर से नई व्यवस्था नहीं लागू की गई तो एक जून से प्रदेश की सड़कों पर बसें दौड़ने लगेंगी।
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सेनेटाइज करने के बाद ही बस में बैठ सकेंगे यात्री
रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक, बस अड्डा परिसर में प्रवेश करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को मास्क (mask) पहनना जरूरी है। बस में कंडक्टर की सीट के सामने सैनिटाइजर (sanitizer) की बोतल रखी होगी। सेनेटाइज करने के बाद ही यात्रियों को बस में बैठाया जाएगा।
इसके साथ ही पूरे बस अड्डे को रोज सेनेटाइज किया जाएगा। यात्रा के दौरान भी बस के अंदर सेनेटाइजर की बोतलें रखी रहेंगी। कंडक्टर व ड्राइवर को अलग से सैनिटाइजर दिया जाएगा।
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एक गेट से इन तो दूसरे से आउट
सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए बस अड्डे के एक गेट से यात्रियों को प्रवेश मिलेगा और दूसरे गेट से बाहर निकलेंगे। साथ ही रोडवेज अफसरों से कहा गया है कि यदि कहीं पर एक ही गेट है तो बीच में बेरीकेडिंग लगा आने-जाने का रास्ता अलग-अलग कर दिया जाए।
ये हैं गाइडलाइंस…
बस की क्षमता के आधे ही यात्री सफर कर सकेंगे। यह संख्या बस की क्षमता पर तय होगी। सामान्तया 60 सीटर बस में 30 यात्री सफर कर सकेंगे।
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