तुर्किये-सीरिया भूकंप: चीख-पुकारों के बीच गूंजी नन्हीं सी जान की किलकारी, पत्रकार ने शेयर किया Video

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तुर्किये और सीरिया में आए 7.8 तीव्रता वाले विनाशकारी भूकंप के कारण इन देशों में अब तक 5 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 20 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. तुर्किये और सीरिया में भूकंप की तबाही से हजारों बिल्डिंगें ध्वस्त हो गईं हैं. वहीं, मलबे में दबे जिंदा लोगों की तलाश की जा रही है. हर तरफ मातम पसरा हुआ है. लेकिन, इन्हीं मलबों से एक नन्हीं सी जान की किलकारी भी गूंजी है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

दरअसल, राहत और बचाव दल के कर्मियों को सीरिया में ध्वस्त हुई एक बिल्डिंग के मलबे के नीचे एक नवजात बच्चा मिला है. वहीं, इस बच्चे को मलबे से निकाले जाने का वीडियो भी वायरल हो गया. इस वीडियो में दिख रहा है कि एक बचावकर्ता मलबे से एक नवजात बच्चे को निकालकर मदद के लिए ले जा रहा है.

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सोशल मीडिया पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार इस बच्चे का रेस्क्यू सीरिया के आफरीन में किया गया था. बताया जा रहा है कि बच्चे को जन्म देने के बाद उसकी मां ने मलबे में ही दम तोड़ दिया था.

सीरियाई और कुर्द मामलों के पत्रकार होशांग हसन ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से यह वीडियो शेयर किया है. होशांग हसन ने अपने ट्वीट के कैप्शन में लिखा

‘एक बच्चे का जन्म तब हुआ जब आज आए भूकंप के कारण उसकी मां को मलबे से निकाला जा रहा था.’

हसन द्वारा शेयर इस वीडियो पर लोगों की खूब प्रतिक्रिया मिल रही है. इस वीडियो को 44 हजार से अधिक बार देखा जा चुका है. वहीं उनके ट्वीट को 450 से ज्यादा लोगों ने रीट्वीट किया है और 1200 से ज्यादा लोगों ने लाइक किया है. जबकि 85 से ज्यादा लोगों ने उनके ट्वीट को कोट किया है.

बता दें भूकंप की मार झेल रहे तुर्किये को भारत ने भूकंप राहत सामग्री की दो खेप भेजी, जिस पर पाकिस्तान ने रोक लगा दी. भारत से राहत सामग्री लेकर जा रहे इंडियन एयर फोर्स के विमान को पाकिस्तान ने अपना हवाई क्षेत्र इस्तेमाल नहीं करने दिया, जिसके कारण भारतीय विमान को लंबी दूरी तय करके तुर्किए पहुंचना पड़ा. भारत से भेजी गई राहत सामग्री पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत में तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने कहा कि जरूरत में काम आने वाला दोस्त ही सच्चा दोस्त होता है.

गौरतलब है कि 6 फरवरी की सुबह तुर्किये में बेहद शक्तिशाली भूकंप आया, जिससे तुर्किये और सीरिया में विनाशकारी क्षति हुई. आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, सोमवार के बाद से अब तक वहां 300 से ज्यादा झटके आ चुके हैं, जिसमें हजारों जिंदगियां तबाह हो गईं. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अधिकारी इस आपदा से मरने वालों की संख्या 20 हजार तक बढ़ने का अनुमान लगा रहे हैं.

 

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