टनल हादसा: हाथ में फोन, टीवी पर निगाहें और अखिलेश की एक झलक पाने को बेताब परिवार
टनल हादसे में फंसे 41 मजदूरों को रेस्क्यू को ले कर पूरे देश की नजर है. सभी देशवासी मजदूरों की सुरक्षा को लेकर कामना कर रहें हैं. 12 नवंबर से उत्तराखंड टनल हादसे में फंसे 41 मजदूरों को रेस्क्यू करने की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है, 5-9 मजदूरों को निकालने की भी खबर आ रही है. रेस्क्यू को लेकर मिर्जापुर वासियों की दिल की धड़कन बढ़ी रही है. टनल में फंसे उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के युवक अखिलेश की सुरक्षित वापसी की आस के साथ उनका परिवार टकटकी लगाए टीवी देखता रहा. साथ ही फोन से संपर्क कर रेस्क्यू में लगने वाले समय इत्यादि की जानकारी भी लेता रहा. दीपावली के दिन हुए टनल हादसे में फंसे मजदूरों व अन्य कर्मियों में से एक मिर्जापुर जिले के अदलहाट थाना क्षेत्र के घरवासपुर गांव का भी युवक है. युवक के टनल में फंसे होने की जानकारी मिलने की बाद से ही युवक के परिजनों का बुरा हाल है.
टनल हादसे में फंसे 41 लोगों में से एक मिर्जापुर जिले के अदलहाट थाना क्षेत्र के घरवासपुर गांव निवासी अखिलेश कुमार (27) पुत्र रमेश भी है. जानकारी मिलने के बाद से ही गांव और परिवार वाले परेशान हैं. अखिलेश कुमार तीन वर्ष से नवयुगा कंपनी में काम करता हैं.
वहां पर वह सुपरवाइजर के पद पर है. उत्तराखंड में स्टोर इंचार्ज के पद पर कार्यरत अखिलेश के मामा विजय सिंह ने जब परिजनों को हादसे की जानकारी दी तो परिवार समेत पूरा जिला ईश्वर से उनकी सलामती की प्रार्थना कर रहे हैं. पूरे गांव में दीपावली का त्योहार नहीं मनाया गया था.
Also Read : देव दीपावली पर काशी आए लोगों को लौटने में करनी पड़ी मशक्कत
गर्भवती पत्नी समेत पूरे परिवार को अखिलेश का इंतजार
बता दें कि अखिलेश की शादी निधि सिंह से लगभग दो वर्ष पूर्व हुई है. इस हादसे की जानकारी बहु निधि व दादा बेनी प्रसाद सिंह को बहुत दिनों तक नहीं दी गई. बहू के गर्भवती होने के कारण उससे कई दिनों तक यह बात छिपाया गया. लगभग 80 वर्षीय दादा बेनी प्रसाद सिंह अपने पौत्र अखिलेश से बहुत स्नेह करते हैं. वह हृदय रोगी है, इसलिए उनसे भी हादसे की जानकारी काफी दिनों तक छिपाई गई. अखिलेश सिंह अपने दो भाई एक बहन में सबसे बड़ा है. दूसरे नंबर की बहन सोनाली की शादी हो चुकी है. छोटा भाई अवधेश कुमार सिंह की शादी अभी नहीं हुई है.