जानिए, यूपी में कब-कब हुए रेल हादसे, सबक लो प्रभु
भारतीय रेल जो अबतक सबसे सुरक्षित यात्रा का साधन माना जाता था। लेकिन पिछले कुछ समय से हो रही रेल की घटनाओं ने यात्रियों के दिलों में दहशत भर दी है। आपको बता दें कि आए दिन हो रहे रेल हादसे इस बात का गवाह बन चुके हैं कि रेल मंत्रालय इन हादसों को लेकर शायद ज्यादा सचेत नहीं हो रहा है। आखिर क्या वजह है कि इन हादसों पर लगाम नहीं लग पा रही है। इतनी ज्यादा तादाद में हादसे होना सुरेश प्रभु के कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करते हैं। आखिर ऐसी कौन सी मजबूरी है प्रभु की जो इन हादसों के बाद भी कोई इंतजाम क्यों नहीं हो रहे हैं। आइए आपको बताते हैं कि प्रभु जी के कार्यकाल में कब और कितने हादसे हुए हैं जिसमें लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
आइए अकेले यूपी में हुई रेल दुर्घटनाओं पर डालते हैं एक नजरः
23 अगस्त को औरैया में रेल हादसा
अछल्दा स्टेशन और पाता रेलवे स्टेशन के बीच मानव रहित फाटक पर देर रात करीब 2 बजकर 40 मिनट पर कैफियत एक्सप्रेस ट्रैक पर पलटे एक डंपर की चपेट में आकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में करीब 74 लोगों के घायल होने की खबर है। जिसमें कई यात्री गंभीर रूप से घायल हैं।
19 अगस्त को मुजफ्फरनगर में हुआ था रेल हादसा
इससे पहले 19 अगस्त को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में खतौली के पास पुरी-हरिद्वार-कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. इस हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई थी।
महाकौशल एक्सप्रेस हादसा
यूपी के महोबा में 30 मार्च, 2017 को महाकौशल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। हादसा रात करीब 2 बजे महोबा और कुलपहाड़ स्टेशन के बीच हुआ था । हादसे की वजह से इलाहाबाद-झांसी रूट प्रभावित हुआ था।
मेरठ-लखनऊ राज्यरानी एक्सप्रेस हादसा
मेरठ-लखनऊ राज्यरानी एक्सप्रेस के 8 डिब्बे 15 अप्रैल 2017 को उत्तर प्रदेश में रामपुर के पास पटरी से उतर गए थे. इस हादसे में करीब 10 लोग घायल हुए थे। हादसा मुण्डा पांडे और रामपुर रेलवे स्टेशन के बीच हुआ था। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने घायल यात्रियों के लिए 50,000-50,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की थी।
Also read : हादसों से सबक लो प्रभु ! कैफियत एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त
इंदौर-पटना एक्सप्रेस हादसा
इससे पहले 20 नवंबर 2016 को कानपुर देहात के पास इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन भी पटरी से उतर गई थी। हादसे में करीब 150 लोगों की जान चली गई थी। इस हादसे के पीछे साजिश की जांच भी जारी है।
सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस हादसा
28 दिसबंर 2016 की सुबह कानपुर में रूरा रेलवे स्टेशन के पास सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में सौ से ज्यादा यात्री घायल हुए थे। हादसे के कारण दिल्ली आने वाली 20 से ज्यादा ट्रेनों को पिछले स्टेशनों पर रोका गया था।
जनता एक्सप्रेस हादसा
20 मार्च 2015 को रायबरेली के बछरांवा के पास जनता एक्सप्रेस 14266 के कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे, इस हादसे में 32 लोगों की मौत हो गई थी और 150 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए थे।
गोरखधाम एक्सप्रेस हादसा
26 मई 2014, उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर में गोरखधाम एक्सप्रेस ने एक खड़ी मालगाड़ी में टक्कर मार दी थी। इस हादसे में तकरीबन दो दर्जन लोग मारे गए थे। यह हादसा उसी दिन हुआ था, जिस दिन नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी।
अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)