Train Accident: आजादी के बाद से देश में अब तक हुए इतने रेल हादसे, देखें टाइमलाइन…
Train Accident: देश में लगातार ट्रेन हादसे बढ़ते जा रहे है. सुबह होते ही खबर आती है कि आज यहां तो कल वहां ट्रेन हादसा हो गया है. अगर देश में ट्रेन की बढ़ती क्षमता और उसकी उपयोगिता देखें तो पिछले कुछ समय से रेल हादसे में कुछ ज्यादा बढ़ोत्तरी हो गई है. यदि अबतक के हादसों की बात करें तो ऐसा लगता है जुलाई 2024 में रेल हादसे कुछ ज्यादा ही हुए है.
बता दें कि 18 जुलाई को यूपी के गोंडा में हुए रेल हादसे में मारे गए लोगों के अभी आंसू सूखे भी नहीं थे कि आज सुबह एक और ट्रेन हादसे का शिकार हो गई. आज ( मंगलवार ) यह हादसा झारखण्ड के टाटानगर के समीप चक्रधरपुर में हुआ. हादसे में हावड़ा से मुंबई जा रही हावड़ा CSMT मेल के 18 डिब्बे पटरी से उतर गए. जानकारी के मुताबिक 3 लोगों की मौत हो गई जबकि 100 से अधिक लोग घायल है.
इतना ही नहीं बताया जा रहा है कि इसी रुट में दो दिन पहले एक मालगाड़ी डिरेल हुई थी. हावड़ा-सीएसएमटी मेल इसी मालगाड़ी के डिब्बों से टकरा गई. जबकि गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के छह डिब्बे पटरी से उतर गए थे. इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
देश में 1 लाख किलोमीटर का नेटवर्क…
भारत दुनिया में चौथी सबसे बड़ी रेल प्रणाली है. भारत में हर दिन ट्रेनें एक लाख किमी से अधिक फैले देशव्यापी ट्रैक नेटवर्क पर लगभग ढाई करोड़ यात्रियों को लाती और ले जाती है. बीबीसी इंग्लिश की एक रिपोर्ट के मुताबिक रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, साल 2022 में लगभग 5,200 किमी नई पटरियां बिछाई गईं. मंत्री ने कहा कि हर साल 8,000 किमी ट्रैक को अपग्रेड किया जा रहा है. वैष्णव ने बताया कि 100 किमी/घंटा तक की गति से चलने वाली ट्रेनों को समायोजित करने के लिए अधिकांश पटरियों को अपग्रेड किया जा रहा था. एक बड़े हिस्से को 130 किमी/घंटा तक की गति के लिए बढ़ाया जा रहा था, और एक महत्वपूर्ण खंड को अपग्रेड किया जा रहा था. 160 किमी/घंटा तक की हाई स्पीड के लिए तैयार किया जा रहा है.
क्यों पटरी से उतर रहीं ट्रेने…
बता दें कि भारत सरकार की मंशा है कि देश में ट्रेनों की गति बढ़ाई जाए. इतना ही नहीं भारत को अर्थव्यवस्था से मजबूत करने के लिए देश की आर्थिक राजधानी मुंबई और अहमदाबाद शहर के बीच एक वास्तविक हाई-स्पीड लाइन अलग से बनाई जा रही है. उसके बाद भी ‘ट्रेनों का पटरी से उतरना रेलवे के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. एक ट्रेन कई कारणों से पटरी से उतर सकती है. ट्रैक का रखरखाव खराब हो सकता है, कोच ख़राब हो सकता है, और गाड़ी चलाने में गलती हो सकती है.
जुलाई 2024 में इनती मालगाड़ी हुई बेपटरी…
12 जुलाई- पटना के दनियावां स्टेशन के पास मालगाड़ी के तीन डिब्बे हुए बेपटरी
20 जुलाई – अमरोहा में मालगाड़ी हुई बेपटरी
21 जुलाई – अलवर जिले में अलवर-मथुरा रेलवे ट्रैक पर हादसा, ट्रेन के तीन डिब्बे पटरियों से उतरे
27 जुलाई- महाराष्ट्र में बोइसर रेलवे स्टेशन के पास मालगाड़ी के चार डिब्बे पटरी से उतरे
29 जुलाई- भुवनेश्वर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, जान माल का नुकसान नहीं
मोदी सरकार 3.0 में तीन बड़े ट्रेन हादसे…
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के बाद नई सरकार के गठन के बाद ट्रेन हादसों का सिलसिला शुरू हुआ और अभी तक जारी है. ट्रेन हादसों ने सरकार की किरकिरी करा रखी है. अगर पैसेंजर ट्रेन हादसों की बात करें तो नई सरकार के गठन के बाद अब तक तीन बड़े ट्रेन हादसे हो चुके है जिसके कई लोगों की जान जा चुकी है.
17 जून- (कंचनगंजा एक्सप्रेस) जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 60 से अधिक लोग घायल हो गए थे.
18 जुलाई- ( डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस) इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गए थी जबकि कई लोग घायल हो गए थे.
30 जुलाई- ( हावड़ा- मुंबई एक्सप्रेस) यह हादसा आज सुबह झारखण्ड के टाटानगर के समीप हुआ जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल है.
समपार पर दुर्घटनाएं …
1960-61 181
1970 -71 121
1980 -81 90
1990 -91 36
1999 -00 93
2010 -11 53
2021 -22 1
2022 -24 1
ट्रेनों की टक्कर से हादसे …
1960-61 130
1970 -71 59
1980 -81 69
1990 -91 41
1999 -00 20
2010 -11 5
2021 -22 2
2022 -24 5
इतनी गाड़ियां पटरी से उतरी…
1960-61 1415
1970 -71 648
1980 -81 825
1990 -91 446
1999 -00 329
2010 -11 80
2021 -22 27
2022 -24 12
ट्रेन में आग से हादसे…
1960-61 405
1970 -71 12
1980 -81 29
1990 -91 9
1999 -00 21
2010 -11 2
2021 -22 4
2022 -24 12