यह राज्य बना ‘बाघ प्रदेश’, मुख्यमंत्री ने दी प्रदेशवासियों को बधाई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सोमवार को जारी ‘अखिल भारतीय बाघ संख्या अनुमान रिपोर्ट’ 2018 में मध्य प्रदेश ने 526 बाघों के साथ देश में पहला स्थान प्राप्त कर एक बार फिर ‘बाघ प्रदेश’ का दर्जा हासिल कर लिया है। मध्य प्रदेश ने कर्नाटक से यह दर्जा वापस छीना है।
पिछली बार 2014 में देश में बाघों की गणना हुई थी, जिसके मुताबिक मध्य प्रदेश 308 बाघों के साथ तीसरे नंबर पर था, जबकि कर्नाटक 406 और उत्तराखंड 340 बाघों की संख्या के साथ देश में क्रमश: पहले और दूसरे पायदान पर थे। इस प्रकार मध्य प्रदेश ने दो पायदान की छलांग लगाकर ‘बाघ प्रदेश’ का दर्जा फिर से हासिल किया है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज केंद्र सरकार द्वारा जारी बाघ गणना आकलन रिपोर्ट में मध्य प्रदेश द्वारा ‘बाघ प्रदेश’ का दर्जा पुनः हासिल होने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए सभी प्रदेशवासियों को बधाई दी है।
मध्य प्रदेश वन विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर आज यहां आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बाघ मध्य प्रदेश की पहचान हैं। यह भी साबित हो गया है कि मध्य प्रदेश के वन, बाघों और अन्य वन-जीवों के लिए सबसे सुरक्षित रहवास है। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे पर्यावरण संरक्षण के लिए हमेशा तत्पर रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर बाघों की संख्या पर रिपोर्ट जारी की गई है। रिपोर्ट में देश में बाघों की कुल संख्या 2967 पहुंच गई है। इसमें मध्य प्रदेश 526 बाघों के साथ देश में पहले स्थान पर है।
यह भी पढ़ें: विश्व बाघ दिवस : ‘एक था टाइगर’ से ‘टाइगर जिंदा है’ तक की कहानी!
यह भी पढ़ें: पुलिसवाले ने फैशन के लिए नहीं बल्कि इसलिए चुना अभिनंदन लुक
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)