काशी राजघराने में छिड़ा घमासान, राजकुमारियों पर लगे किले में चोरी के आरोप…
प्रतिष्ठित काशी राजघराना एक बार फिर से आपसी झगड़े की वजह से चर्चा में है. चोरी के एक मुकदमे के बाद से काशी नरेश के परिवार की खूब किरकिरी हो रही है. हुआ यूं कि, काशी नरेश अनंत नारायण सिंह के तरफ से रामनगर थाने में राजकुमारी विष्णुप्रिया, राजकुमारी कृष्णप्रिया और राजकुमारियों के बेटे वरद नारायण और वल्लभ नारायण पर अपने कर्मचारियों से चोरी कराने का आरोप लगाया गया है. अब इस मुकदमे के खिलाफ राजकुमारी विष्णु प्रिया ने पुलिस कमिश्नर अशोक महाजन से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई है।
क्या है पूरा मामला…
दरअसल रामनगर किले के सुरक्षा अधिकारी राजेश कुमार शर्मा के अनुसार, बीते 25 जून को ड्योढ़ी कोट के एक कमरे का ताला तोड़ा गया। कमरे से कुंवर अनंत नारायण सिंह के महत्वपूर्ण कागजात, फर्नीचर और बेड चुरा लिया गया. राजेश कुमार शर्मा के अनुसार यह चोरी कुंवर अनंत नारायण सिंह की बहन विष्णु प्रिया और कृष्ण प्रिया के निर्देश पर वरद नारायण सिंह और वल्लभ नारायण सिंह व उनके कर्मचारियों ने की है। वरद नारायण सिंह और वल्लभ नारायण सिंह कृष्ण प्रिया के बेटे हैं।
कई धाराओं के तहत केस दर्ज…
रामनगर किले के सुरक्षा अधिकारी ने काशी राजपरिवार के सदस्य कुंवर अनंत नारायण सिंह की दो बहनों और दो भांजों के खिलाफ चोरी सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया है. इससे नाराज कृष्ण प्रिया ने कहा कि रामनगर किले में पग-पग पर सीसी कैमरे लगे हैं. चोरी कैसे हो सकती है. बिना इजाजत किले में कोई प्रवेश भी नहीं कर सकता है. हमारे पास क्या गद्दा या फर्नीचर नहीं है. काशी नरेश की बेटियां क्या इतनी गई-गुजरी हो गई हैं. कि अब नौकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएगा. हमारा सिविल का एक मुकदमा चल रहा था. उसमें हमारे पक्ष में कुछ अच्छा फैसला आया है. उसे खराब करने के लिए जानबूझकर क्रिमिनल केस दर्ज कराया गया. तहकीकात कराए बगैर ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया. हमें अपराधी बना दिया गया. कृष्ण प्रिया ने कहा कि हमें उम्मीद है कि प्रशासन हमारे साथ न्याय करेगा।
काशी नरेश के दबाव में दर्ज किया गया मुकदमा…
तो वही पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन से राजकुमारी विष्णु प्रिया ने मुलाकात की और दर्ज एफआईआर के खिलाफ अपने तथ्यों को सामने रखा। पुलिस कमिश्नर से मिलने के बाद एनबीटी ऑनलाइन से राजकुमारी विष्णु प्रिया ने बताया कि दर्ज एफआइआर में उनके बेटे वरद नारायण सिंह का भी नाम है. जबकि जिस तारीख की घटना बताई जा रही है. उस तारीख को वरद नारायण सिंह वाराणसी में ही नहीं थे. इसके अलावा जिस जगह पर चोरी की बात कही जा रही है. वह जगह अनंत नारायण सिंह के कब्जे में है, और साथ ही कई सीसीटीवी भी वहा लगे हुए हैं. पुलिस की मौजूदगी में सारा सामान अनंत नारायण सिंह के कमरे से ही बरामद हुआ है. इसी मामले को लेकर हम लोगों ने आज पुलिस कमिश्नर के सामने सारे तथ्यों को रखा है
पहले से संपत्ति को लेकर चल रहा था विवाद…
बता दें कि दिवंगत महाराज विभूति नारायण सिंह के बेटे कुंवर अनंत नारायण का अपनी बहनों विष्णु प्रिया, कृष्ण प्रिया और हरि प्रिया के साथ संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है. काशी नरेश के निधन के बाद 2005 से भाई-बहनों में संपत्ति को लेकर मुकदमेबाजी चल रही है. कुंवर अनंत की तरफ से दावे के मुताबिक पिता विभूति नारायण सिंह ने 2000 में उनके नाम वसीयतनामा लिख दिया था. विवाद के बाद 2011 में उन्होंने बहनों के साथ रिश्ता खत्म कर लिया था।
इसके बाद दो मौके पर आपसी कलह खुलकर सामने आई. 2018 में कुंवर अनंत नारायण सिंह ने काशी स्टेट के राजकीय चिह्न (मुहर) के दुरुपयोग को लेकर बहन हरि प्रिया के खिलाफ रामनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद 2021 में कोदोपुर में एक जमीन की रजिस्ट्री कर दिए जाने को लेकर भी विवाद हुआ था. तब काशीराज परिवार की बेटियों ने मौके पर काम रुकवाया और फिर दुर्ग से जुड़ी किसी भी संपत्ति को न खरीदने की अपील की।
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