…वो दर्द से तड़पते रहे और मूक दर्शक बने देखते रहे राहगीर

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हेलमेट न पहनना दो लोगों के लिए भारी पड़ गया। स्कूटी पर सवार चार युवकों की जेस रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी। दो की इलाज के दौरान मौत हो गई तो को बचा लिया गया है। हादसे के दौरान बेहद चौंका देने वाला मामला सामने आया। सड़क दुर्घटना के दौरान राहगीर मूक दर्शक बने देखते रहे है। वो दर्द से तड़पते रहे और लोग आते देखते और चलते बनते।

कारवालों ने कारों के शीशे नीचे नहीं किए

तेज रफ्तार ट्रक ने स्कूटी सवार चार युवकों को टक्कर मार दी। आरोपी ड्राइवर ट्रक सहित मौके से फरार हो गया और सड़क पर जख्मियों को देख लोगों ने आंखें फेर लीं, लोग बचते रहे। रास्ते से गुजर रहे कारवालों ने कारों के शीशे नीचे नहीं किए और कई ने खुले शीशे ऊपर चढ़ा लिए। कुछ समय बाद चारों जख्मियों को इलाज के लिए लाल बहादुर शास्त्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां पर डॉक्टरों ने संदीप (20) और राजकुमार (20) को मृत घोषित कर दिया, जबकि दीपक और संतोष को हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई।

हादसा ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के कल्याणपुरी इलाके में हुआ

पुलिस का कहना है कि स्कूटी सवार युवकों में से किसी ने भी हेल्मेट नहीं पहना था। पुलिस ने लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर लिया। हादसा ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के कल्याणपुरी इलाके में हुआ। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक नंद किशोर के पिता पाल सिंह पिछले 25 साल से जगतपुरी बस स्टैंड के पास समोसे और जलेबी की रेहड़ी लगाते हैं।

स्कूटी उनका छोटा भाई दीपक चला रहा था

वह परिवार सहित न्यू अशोक नगर में रहते हैं। नंद किशोर ने बताया कि शुक्रवार को तबीयत खराब होने की वजह से उनके पिता जल्दी घर चले गए थे। वह अपने छोटे भाई दीपक के अलावा संतोष, संदीप और राजकुमार के साथ काम संभाल रहे थे। देर रात 11 बजे के करीब पांचों लोग दुकान बंद करने के बाद अपने घर जा रहे थे। वह अलग बाइक पर सवार थे, जबकि उनका छोटे भाई सहित चारों युवक एक स्कूटी पर सवार थे। स्कूटी उनका छोटा भाई दीपक चला रहा था।

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वह उनसे करीब 150 मीटर पीछे थे। जब वे त्रिलोकपुरी नाला रोड पर पहुंचे तो एक तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी स्कूटी को पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद ड्राइवर ट्रक सहित मौके से फरार हो गया। जब वह वहां पहुंचा तो चारों युवक खून से लथपथ सड़क पर थे। नंद किशोर ने बताया कि उन्होंने कई कार वालों से मदद मांगी कि वह उनके साथियों को हॉस्पिटल पहुंचाने में मदद करें, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। जिन लोगों ने कारों के शीशे खोल रखे थे, उन्होंने भी शीशे बंद कर लिए।

दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया

इसके बाद एक ऑटो ड्राइवर की मदद से चारों युवकों को इलाज के लिए लाल बहादुर शास्त्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने दो युवकों को मृत घोषित कर दिया। मृतकों की पहचान संदीप और राजकुमार के रूप मे हुई। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। पुलिस आरोपी की पहचान करने के लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाल रहे हैं। मामले की जांच की जा रही है।साभार

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