सुशांत मामले में अनहोनी की आशंका, गवाहों की हो सकती है हत्या !
पटना के रहने वाले दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के कथित आत्महत्या मामले में अब उनके परिजन सबूत मिटाने को लेकर आशंकित हैं। सुशांत के चचेरे भाई नीरज कुमार बबलू ने यहां कहा कि इस मामले में सबूत मिटाए जा रहे हैं।
गवाहों को धमकाया जा रहा-
उन्होंने तो यहां तक कहा कि इस मामले में गवाहों की हत्या की जा सकती है। गवाहों को धमकाया जा रहा है। भाजपा विधायक नीरज कुमार बबलू ने कहा कि सामने आए गवाहों को पुलिस को सुरक्षा देनी चाहिए।
एक एजेंसी से बातचीत में भाजपा विधायक नीरज ने कहा कि हम सभी लोगों को उम्मीद है कि सर्वोच्च न्यायालय जल्द ही इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को जांच का निर्देश देगी और जांच को सही दिशा मिलेगी और सब कुछ सामने आ जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह हम लोगों की ही नहीं पूरे देश की इच्छा है।
सुशांत के भाई ने किया बड़ा दावा-
इस मामले में सबूत मिटाए जाने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “सबूत मिटाने का प्रयास किया जा रहा है। यह आशंका मीडिया द्वारा भी व्यक्त किया जा रहा है। इसका ध्यान महाराष्ट्र पुलिस रखे।”
उन्होंने गवाहों के साथ किसी अनहोनी की आशंका जताते हुए कहा कि गवाहों को डराने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में मुंबई पुलिस सहयोग नहीं कर रही है, यह बात खुलकर सामने आ गई है फिर भी हम लोग चाहते हैं कि इस मामले में गवाहों को सुरक्षा दी जाए।
अब तक कोई खास प्रगति नहीं-
सुशांत के कथित आत्महत्या के दो महीने गुजर जाने के बाद भी अब तक इस मामले की जांच में कोई खास प्रगति नहीं हुई है। 15 जुलाई को इस मामले को लेकर सुशांत के पिता के. के. सिंह ने पटना के राजीव नगर थाना में मामला दर्ज करवाया था।
बाद में इस मामले की जांच सीबीआई से कराने को लेकर बिहार सरकार ने अनुशंसा कर दी। पटना में दर्ज मामले की मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती ने मामले को मुंबई स्थानांतरण करने को लेकर सर्वोच्च न्यायालय से गुहार लगाई है।
यह भी पढ़ें: करणवीर ने सुशांत, अंकिता के साथ की पुरानी तस्वीरें कीं शेयर
यह भी पढ़ें: सुशांत मामला: वकील का बड़ा दावा, कहा- सबसे बड़ा संदिग्ध है सिद्धार्थ पिठानी, जिसने क्राइम सीन से की छेड़छाड़
[better-ads type=”banner” banner=”104009″ campaign=”none” count=”2″ columns=”1″ orderby=”rand” order=”ASC” align=”center” show-caption=”1″][/better-ads]