एंबुलेंस में मरीज की जगह गांजा की सप्लाई, तरीका देख पुलिस भी चकराई…
आपने पुष्पा फिल्म जरूर देखी होगी. फिल्म में पुलिस से बचने के लिए एक दूध के कंटेनर में चंदन की लकड़ियों की सप्लाई की जाती है. इस फिल्म के बाद से अब रियल लाइफ में भी अपराधी तस्करी के लिए ऐसे-ऐसे हथकंडे अपना रहे हैं. ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के आगरा से सामने आया है.यहां पुलिस ने एक गांजा तस्कर को गिरफ्तार किया है. गांजा तस्करी करने के इस तरीके से पुलिस भी हैरान हो गई। आरोपी तस्कर ने एक ट्रक के अंदर एंबुलेंस को रखा और एंबुलेंस में मरीज की जगह गांजा रख दिया, ताकि किसी को पता न चल सके. लेकिन पुलिस के आगे उसकी एक न चली, पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लाखों रुपये की कीमत का करीब 200 किलो गांजा कब्जे में ले लिया. आरोपी के पास से छह फर्जी नंबर प्लेट भी मिली हैं।
क्या हैं पूरा मामला…
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि बृहस्पतिवार रात को पुलिस ने आईएसबीटी पर रिकवरी ट्रक को रोका था. उसमें एक एंबुलेंस को ट्रांसपोर्ट नगर पर लाया जा रहा था. ट्रक में एंबुलेंस का चालक भी बैठा हुआ था. पुलिस को देखकर वह भागने लगा. पकड़कर पुलिस ने पूछताछ की. उसने अपना नाम चंद्रवीर बताया. कहा कि अलीगढ़ के गोंडा कस्बे का रहने वाला है. एंबुलेंस में एक बक्सा बना हुआ था. उसमें गांजे के पैकेट मिले।
पुलिस से बचने के लिए आपनाया तरीका…
पुलिस की पूछताछ में आरोपी चंद्रवीर ने बताया कि 200 किलोग्राम गांजे की खेप ओडिशा से लेकर आ रहा था. उसे दिल्ली एनसीआर में जाना था. रास्ते में फुटकर विक्रेताओं को सप्लाई देता जाता. पुलिस से बचने के लिए एंबुलेंस में बक्सा बना लिया. 10-11 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से गांजा लेकर आता है. इसकी बिक्री 20 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से हो जाती है. अब पुलिस उससे गांजे के खरीदारों के बारे में जानकारी जुटा रही है.अंतरराष्ट्रीय बाजार में गांजे की कीमत 20 लाख रुपये है. सागर, मध्य प्रदेश में एंबुलेंस खराब हो गई. इस कारण एक रिकवरी ट्रक को किराये पर कर लिया. वह एंबुलेंस को ट्रांसपोर्ट नगर में ठीक कराने वाला था. इसके बाद मथुरा की तरफ निकल जाता. चालक को यही बताया था कि वह अस्पताल में जा रहा है।
गांजा छिपाकर लाने की मिली थी सूचना…
पुलिस उपायुक्त सूरज कुमार राय ने बताया कि ओडिशा से तस्करी का गांजा आगरा और मथुरा होकर एनसीआर जाने की सूचना मिली थी. तस्करों द्वारा एंबुलेंस में ओडिशा से दो कुंतल गांजा छिपाकर लाने की जानकारी मिली थी. मध्य प्रदेश में एंबुलेंस खराब होने पर चालक उसे ट्रोला में लादकर ला रहा था. आरोपित चालक गाव रजाबल थाना गोंडा अलीगढ निवासी चंद्रवीर सिंह है।
तस्करों के पास कई फर्जी नंबर प्लेट…
बता दे कि गांजा तस्करों के पास कई फर्जी नंबर प्लेट थे. वें जिस राज्य से गुजरते वहां की नंबर प्लेट लगा लेते थे. एंबुलेंस पर फर्जी नंबर प्लेट लगी थी. पुलिस ने एंबुलेंस से विभिन्न राज्यों की पांच नंबर प्लेट बरामद कीं. चालक चंद्रवीर ने बताया कि वह जिस राज्य से एंबुलेंस लेकर निकलता, वहां की नंबर प्लेट लगा लेता था. यह पुलिस से बचने के लिए करता था।
इससे पहले गाजीपुर में भी हुआ था गांजा बरामद…..
बता दे कि इससे पहले जनवरी में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस ने दो अंतरराज्यीय गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया था. इनके पास से 50 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ था. दरअसल, पुलिस को लगातार गांजा तस्करी की शिकायत मिल रही थी. इसके बाद पुलिस ने तस्कर गिरोह को पकड़ने के नेटवर्क को अलर्ट किया.इसी दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक लग्जरी गाड़ी से तस्कर वाराणसी जाने वाले हैं. फिर पुलिस ने वाहन चेकिंग करने के लिए खानपुर थाना क्षेत्र गोमती नदी पुलिया के पास बैरेकेटिंग लगा दी. इस दौरान पुलिस को काले रंग की एक गाड़ी दिखाई दी. उस पर पुलिस लिखा हुआ था. शक के आधार पर उसको रोका गया और तलाशी ली गई तो 50 किलोग्राम गांजा मिला।
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