जेब खर्च के लिए शुरू किया था ये काम, आज उसी से कमा रहे हैं करोड़ो
बचपन में बच्चों को सिर्फ खेलने और खाने से मतलब होता है। पढ़ाई के लिए तो कोसों दूर भागना हर बच्चे की आदत होती है। स्कूल जाते वक्त बस कुछ जेब खर्च मिल जाए तो बच्चे उसी में खुशी खुशी स्कूल का बैग पीठपर टांगकर सरपट दौड़ने लगते हैं। कुछ इसी जेब के खर्च के लिए एक बच्चे ने कुछ करने की सोची और उस काम से अपने जेब खर्च का पैसा कमाने की सोची। लेकिन इस बच्चे की मेहनत कुछ ऐसा रंग लाई की देखते ही देखते उसका वो काम दुनिया भर में छा गया। और आज के समय में वो छोटा सा बच्चा 47 करोड़ के बिजनेस का आंकड़ा पार कर चुका है।
जेब खर्च के लिए शुरू किया पोर्टल
जी हां हम बात कर रहे हैं भागल पुर के मारवाड़ी परिवार में जन्में और पले-बढ़े पल्लव नढ़ानी की। दरअसल पल्लव को हाई स्कूल की पढ़ाई के दौरान स्कूल असाइनमेंट्स के लिए एक्सल में चाटर्स बनाना जरा भी पसंद नहीं था। इसी नापसंद ने उसके जेहन में एक इंटरैक्टिव चार्टिंग सॉल्यूशन तैयार करने के आइडिया को जन्म दिया।
पल्लव ने अपने विचार को लेकर एक वेबसाइट पर कुछ लेख लिखे। उस वक्त लिखने की शुरुआत जेब खर्च हासिल करने के मकसद से हुई थी। इन लेखों के लिए उसे काफी सराहना मिली और 2000 डॉलर का मेहनताना भी। ग्यारहवीं कक्षा के स्टूडेंट के लिए 2000 डॉलर का मेहनताना कुछ कम नहीं था। इससे उसे प्रोत्साहन मिला और उसने अपने विचार को कारोबारी जामा पहनाने का फ़ैसला लिया।
कंपनी की रखी नींव
2001 में पल्लव ने अपनी कंपनी फ्यूजन चाटर्स टेक्नोलॉजिज की नींव रखी। शुरुआत के तीन साल तक पल्लव ने अकेले ही प्रॉडक्ट डेवलपमेंट, वेबससाइट निर्माण, डॉक्यूमेंटेशन, सेल्स एंड मार्केटिंग और कस्टमर सपोर्ट के मोर्चे संभाले। ऑर्डर मिलने शुरू हुये तो पल्लव ने 2005 में अपना पहला ऑफिस खोला और करीब दो वर्ष के अंतराल में 20 लोगों की एक टीम खड़ी की।
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अब पल्लव को अनुभवी सलाह की भी जरुरत महसूस होने लगी क्योंकि उन्हें सरकारी नियमों और बैकिंग व फाइनेंस की ज्यादा जानकारी नहीं थी, वहीं उन्हें विदेशी क्लाइंट्स के साथ भी डील करना पड़ता था। इस परेशानी को हल करने के लिए उन्हें अपने पिता की मदद ली।
बढ़ते कारोबार की वजह से शिफ्ट किया ऑफिस
2009 में पल्लव ने कारोबार को विस्तार देने के लिए अपना ऑफिस कोलकाता के आईटी हब कहलाने वाले सॉल्ट लेक में शिफ्ट किया और टीम की संख्या 20 से बढाकर 50 की। 2010 में फ्यूजन चाटर्स का ऑफिस बेंगलुरु में खोला गया।
वर्तमान में फ़्यूजन चाटर्स में 80 कर्मचारी और 25,000 से ज्यादा क्लाइंट्स हैं, जिनमें लिंक्डइन, गूगल, फेसबुक, फोर्ड जैसी कंपनियां शामिल हैं। कंपनी ने धीरे–धीरे अपने पांव पसारे और दुनिया के करीब 120 देशों के फामास्यूटिकल्स से लेकर एफएमसीजी तक और शिक्षण संस्थानों से लेकर नासा तक अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।
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