इस IITIAN ने लाखों की नौकरी छोड़ किया कुछ ऐसा, संवर रही है 16 हजार किसानों की जिंदगी

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देश का युवा वर्ग आज शहर की तरफ भाग रहा है क्योंकि उसे गांव में वो सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं जिससे वो गांव में रहकर अपने और अपने गांव के लिए कुछ कर सके। साथ ही आए दिन किसान आत्महत्या कर रहे हैं, जिसकी एक बड़ी वजह ये है कि उन्हें उन्नत खेती के बारे में पता न होने से हर साल घाटे की खेती करनी पड़ती है।

जिसकी वजह से वो हमेशा कर्ज में डूबे रहते हैं। पूरे साल मेहनत करके फसल उगाते हैं लेकिन जब फसलों के कटने का समय होता है तो कुछ ऐसी अनहोनी हो जाती है जिससे या तो फसल बर्बाद हो जाती है या फिर पैदावार कम हो जाती है। हमारे देश की सबसे बड़ी समस्या  एक और भी है कि किसानों को खेती के लिए उन तकनीकों के बारे में भी पता नहीं चल पाता है जिससे वो नई तकनीक के आधार पर खेती करें और अच्छी फसल पैदा हो।

आज हमारे देश के किसान सूखे और प्राकृतिक आपदाओं की मार झेल रहे हैं। लेकिन न  तो सरकार उनकी कोई मदद करने को हाथ बढ़ाती है न ही कोई और। फिलहाल धीरे-धीरे हमारे देश के  युवा अब गांव से भागने के बजाय गांव से ही कोई न कोई  स्टार्टअप शुरु कर रहे हैं, जिसकी वजह से किसानों को कृषि से जुड़े नए आयामो के बारे में पता चल रहा है। बता दें कि बिहार के एक छोटे से जिले छपरा में रहने वाले शशांक ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाध अपने गांव में ही रहकर कुछ करने की सोची और एक स्टार्टअप शुरू किया।

शशांक ने  ग्रीन एग्रीरिवोल्यूशन नाम का एक स्टार्टअप शुरु किया है। जिसके माध्यम से उन्होंने खेती-बाड़ी से संबंधित सेवाओं के लिए कार्य करना शुरु कर दिया। साथ ही किसानों को खाद-बीज से  संबंधित जानकारी भी देने लगे। और उन्नत किस्म की खेती के लिए उत्साहित करने लगे। साथ ही इन्होंने अपने इस संस्था में किसानों को जोड़ने का काम भी शुरू कर दिया।

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और आज करीब राज्य के दस से ज्यादा जिलों तक इनकी संस्था पहुंच चुकी है। और करीब 16 हजार किसान इनके साथ जुड़ चुके हैं। शशांक के सामने एक बेहद सफल करियर खड़ा  इंतजार कर रहा था, लेकिन शशांक ने उसे छोड़ किसानों की मदद करने के लिए आगे आए।

मालूम हो कि शशांक ने आईआईटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी और वो चाहते तो करोड़ो का पैकेज लेकर दूसरे युवाओं की तरह विदेश भाग जाते, लेकिन उन्होंने दजेश में ही रहकर अपनेो देश के किसानों की मदद करने की सोची और आज वो सफल भी हो गए है। शशांक जैसे युवाओं की इस देश को जरुरत है, तभी हमारा देश एक महाशक्ति के रुप में दुनिया के दूसरे देशों के से आगे निकल पाएगा।

 

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