हिृतेश ऐसे बने ‘कबाड़ से करोड़पति’
आपके और हमारे घरों में अक्सर कबाड़ की चीजें निकलती रहती है जिसे हम यूं ही इधर-उधर फंक देते हैं या फिर कबाड़ी के हाथों चंद पैसों में बेंच देते हैं। लेकिन क्या आपको पता है यही कबाड़ बड़ी काम की चीज होती है, जिससे तमाम तरह की चीजें बनाई जा सकती है और इन चीजों को घरेलु काम में ला सकते हैं। कुछ ऐसा ही कर रहे हैं हिृतेश लोहिया, जो कबाड़ से बनी चीजें देश-विदेश में बेंचकर करोड़ों के मालिक बन गए हैं।
कई बिजनेस में निराशा लगी हाथ
हिृतेश राजस्थान के रहने वाले हैं। हितेश ने साल 2005 में इंटरनेशनल फर्नीचर और हैंडीक्राफ्ट का बिजनेस करते थे लेकिन बिजनेस अच्छा न चलने की वजह से बंद कर दिया। उसके बाद हिृतेश ने केमिकल फैक्ट्री, वाशिंग पाउडर और स्टोन कटिंग जैसे बिजनेस में हाथ आजमाया लेकिन उसमें भी निराशा ही हाथ लगी जिससे उसको भी बंद करना पड़ा।
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कबाड़ से नई चीजें बनाना शुरु किया
हिृतेश की मुश्किलें बढ़ती जा रही थीं। हितेश ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर कबाड़ की चीजों से कुर्सी, अलमारी, सोफा जैसी घर की चीजें बनाने का काम शुरू किया। इस बिजनेस में उनको संभावनाएं दिखाई देने लगीं जिससे हिृतेश ने कड़ी मेहनत करना शुरू कर दिया।
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16 करोड़ तक पहुंच गया बिजनेस
बिजनेस साल 2009 में 16 करोड़ तक पहुंच गया था। इस समय हिृतेश का सालाना टर्नओवर करीब 35 करोड़ तक पहुंच गया है। हितेश का बिजनेस कई देशों तक पहुंच चुका है जिसमें जापान, ऑस्ट्रेलिया, चाइना जैसे देशों में हितेश का सामान निर्यात होता है।
400 लोग कर रहे हैं काम
आज के समय में प्रिति इंटरनेशनल की तीन बड़ी प्रोडक्शन यूनिट कार कर रही हैं। हिृतेश की कंपानियों में इस समय करीब 400 लोग काम कर रहे हैं। आप को जानकर हैरानी होगी कि हिृतेश की कंपनी का हर साल 35 कंटेनर सामान अमेरिका और यूरोपीय देशों में निर्यात होता है।
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