बीएचयू और विद्यापीठ के छात्रों ने रोजगार के सवाल पर मोदी सरकार को घेरा
काशी में 1 जून को डाले जाएंगे वोट
वाराणसी: भारत में 2 महीने से लोकसभा के चुनाव हो रहे हैं. वहीं अब यह चुनाव अपने अंतिम पड़ाव यानि 7वें चरण में पहुंच चुका है. वहीं पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इसी चरण में 1 जून को मतदान होने हैं. वहीं बनारस में चुनाव का हाल जानने के लिये जर्नलिस्ट केफे की टीम ने काशी के दो बड़े विश्वविद्यालय यानि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ पहुंचकर छात्रों को टटोलने की कोशिश की. वहीं छात्रों से उनके विचार लिए कि वे किन मुद्दों पर वोट डालेंगे. कुछ छात्रों ने पीएम मोदी के विकास के कार्यों को लेकर संतोष प्रकट किया तो, वहीं कुछ छात्रों ने रोजगार और शिक्षा नीति जैसे पहलुओं पर मोदी सरकार को घेरा.
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रोजगार, पेपर लीक जैसे मुद्दों पर डाला प्रकाश
विद्यापीठ के छात्रनेता साहिल यादव ने कहा कि छात्रों का सबसे बड़ा मुद्दा रोजगार है. पेपर लीक मुद्दे पर कहा कि यूपी सरकार को लोकसेवा आयोग का नाम बदलकर लीक सेवा आयोग कर देना चाहिए. वहीं विकास महिपाल ने कहा कि बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है, सरकार पुलिस भर्ती परीक्षा कराने में असफल रही है. वहीं देश में बदलाव की जरूरत बताई. काशी विद्यापीठ के बीए के छात्र अभिषेक ने कहा कि जिन पार्टियों ने युवाओं की मांगो को घोषणापत्र में जगह दिया है उन्हें वोट देंगे.
शिक्षा बजट को कम करना और महंगाई है चुनावी मुद्दा
बीएचयू के हिन्दी विभाग के छात्र अभिषेक उपाध्याय ने कहा कि चुनावी मुद्दा महंगाई, बेरोजगारी और शिक्षा बजट को कम करना है. वहीं कहा कि बीएचयू के कुलपति तानाशाही कर रहे हैं और छात्रो के साथ मिल नहीं रहे हैं. कहा कि उनके अनुसार काशी में भी कोई विकास नहीं हुआ है.
विद्यापीठ के छात्र शिवम कुमार ने कहा कि जिन कॉलेज में छात्रसंघ के चुनाव नहीं हो रहे है वहां चुनाव कराना चाहिए. वहीं धर्म की राजनीति को नजरअंदाज कर वोट डालने की अपील की.
राष्ट्रवाद और विदेशनीति पर डाला जाएगा वोट
बीएचयू के बिरला के छात्र अरुण चौबे ने बताया कि राष्ट्रीय मुद्दों पर वोट डाला जाएगा, कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय एक मिनी इंडिया है और राष्ट्रीय, विकास और विदेश नीति पर वोट डाले जायेंगे. बीएचयू के छात्र प्रताप सिंह ने कहा कि पीएम मोदी की सरकार तीसरी बार सरकार बनेगी जिसमें बीएचयू की छात्रों की सहभागिता रहेगी.
विद्यापीठ के इतिहास के छात्र अश्विनी सिंह ने कहा कि विदेश नीति और आर्थिक विकास पर सरकार ने अच्छा काम किया है लेकिन रोजगार जैसे मुद्दों पर और काम करने की जरूरत है. विद्यापीठ के बीए के छात्र जयकपूर ने कहा कि यह विश्वविद्यालय क्रान्तिकारियों की जगह रही है वहीं भर्ती को पूरा न कराने पर प्रकाश डाला.
प्रत्येक पार्टी कर रही जीत का दावा
लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में 1 जून को वोट डाले जायेंगे. वहीं 4 जून को चुनाव के परिणाम घोषित होंगे. वहीं हर पार्टी सरकार बनाने का दावा कर रही है. काशी में भी चुनाव को लेकर सियासत की गर्मी मौसम की गर्मी को टक्कर दे रही है. हालांकि छात्रों के साथ बातचीत करने पर यह साफ दिखा कि उनके लिये रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा है. हालांकि छात्रों ने कहा कि वह चुनावी वादों पर भी भरोसा नहीं करते. वहीं कुछ छात्रों ने कहा कि वह वोट विकास को ध्यान में रखकर देंगे. वहीं हर पार्टी युवाओं का वोट तो चाहती है लेकिन उनके द्वारा युवाओं के मुद्दों पर जरूरी कदम उठाने का काम नहीं किया जाता.