BHU में विभिन्न मांगों को लेकर बैठे विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता
वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित सेंट्रल ऑफिस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा सामाजिक समावेशन केंद्र में शोध प्रवेश हेतु पूर्व की भांति एमफिल धारक विद्यार्थियों को मौका देने , सर सुंदर लाल अस्पताल में छात्रों के लिए ओपीडी का समय बढ़ाए जाने , कक्षाओं के बीच भोजन के लिए समय अंतराल तय करने, बंद पड़े हुए साइकिल स्टैंड को चालू करने एवं साइकिल चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने, सार्वजनिक शौचालयों की संख्या में वृद्धि करने को लेकर प्रदर्शन शुरू हो गया है.
बता दें कि इसके साथ IOE के अन्तर्गत विश्वविद्यालय को प्राप्त धन के व्यय के ब्यौरे को सार्वजनिक करने , किराए की बस चलवाने के स्थान पर इलेक्ट्रिक बस के संचालन हेतु , मनमाने ढंग से सलाहकारों की नियुक्ति की जांच , राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत पाठ्यक्रमों को लागू करने से पहले उन्हें सार्वजनिक पटल पर लाए जाने , दिव्यांगों हेतु सभी भवनों में रैंप एवं पृथक शौचालय की व्यवस्था , छात्रावास में छात्रों से अवैध वसूली एवं निष्कासित करने की धमकी देने, प्रशासनिक संरक्षकों के एक ही छात्रावास में कई वर्षों से बने रहने, दीक्षांत समारोह के दौरान छात्रों की उपाधि से श्री एवं श्रीमती हटाए जाने के विरोध में , शोध की अधिसूचना शीघ्र जारी किए जाने , पात्र विद्यार्थियों को टैबलेट से वंचित किए जाने के विरोध में भी प्रदर्शन किया गया.
शिक्षकों के एक से अधिक प्रशासनिक पदों पर आसीन होने , स्पंदन एवं अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों को शुरू किए जाने संबंधी 19 सूत्रीय मांगों को लेकर विगत दिनों दिए गए ज्ञापन पर कोई कार्रवाई न होने पर केंद्रीय कार्यालय पर प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया है l अपनी मांगों पर कोई कार्रवाई न होने पर कुलपति से मिलने पहुंचे छात्रों को प्रॉक्टोरियल बोर्ड के गार्डों ने रोक लिया और उनके साथ बलप्रयोग भी किया जिसके बाद विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए .
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी प्रांत के प्रांत मंत्री अभय प्रताप सिंह ने कहा कि सामाजिक समावेशन केंद्र में पूर्व की भांति एम. फिल धारक विद्यार्थियों को प्रवेश का मौका दिया जाए . IOE के धन के व्यय का पूरा ब्यौरा सार्वजनिक किया जाए एवं मनमाने ढंग से सलाहकारों की नियुक्ति की जांच की जाए. जिस प्रकार के प्रशासनिक अराजकता का माहौल विश्वविद्यालय में व्याप्त है यह अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है छात्रों की समस्याओं से कोई सरोकार न होने के कारण ही प्रशासन छात्रों के साथ अभद्रता और बलप्रयोग कर रहा है यह किसी भी प्रकार से स्वीकार्य नहीं है.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी हिंदू विश्वविद्यालय इकाई के इकाई अध्यक्ष प्रशांत राय ने कहा कि विश्वविद्यालय में व्याप्त इन अनियमितताओं के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन पूर्ण रूप से जिम्मेदार है,अपनी समस्याओं को लेकर आए छात्रों के प्रति प्रशासन की संवादहीनता और उदासीनता अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हैं. छात्रों की समस्याओं पर जब तक विश्वविद्यालय प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता है तब तक हम प्रदर्शन जारी रखेंगे .
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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी हिंदू विश्वविद्यालय इकाई के इकाई मंत्री भाष्करादित्य त्रिपाठी ने कहा IOE के धन के दुरुपयोग, प्रशासनिक अराजकता आदि विषयों पर ज्ञापन देने आए छात्रों से अपराधियों की भांति व्यवहार कतई स्वीकार्य नहीं है. इन समस्याओं पर कोई कार्रवाई न होना ही यह सिद्ध करता है कि विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी तरह से छात्र विरोधी हैं .
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इस अवसर पर पुनीत, पल्लव सुमन, अनुज गोस्वामी, सर्वेश सिंह,राजकुमार डायमंड, ओंकार , पीयूष, शुभम तिवारी, दिव्यांशु, हिमांशु, अश्वनी, गौरव कुमार, उमेद गुर्जर, चंदन,ध्रुव, पर्जन्य आशीर्वादम , अदृश्य , मदन गोपाल , धीरेंद्र,अभय चतुर्वेदी, आरोही, कृष्णा अमित दुबे, ध्रुव , व्योम , अभय अवस्थी, यशवर्धन आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहें .