वाराणसी के कैंट थाना के मिंट हाउस पर शुक्रवार की रात अनियंत्रित कार ने मोटरसाइकिल सवार दम्पती की जान ले ली. हादसे में कार क्षतिग्रस्त हो गया. इस दौरान कार सवार भाग निकले. पुलिस घटना की रिपोर्ट दर्ज कर कार सवारों की तलाश कर रही है. मृत दम्पती की पहचान शिवपुर थाना क्षेत्र के कांशीराम आवास के निवासी श्यामजी चौहान और गंर्भवती पत्नी गुड़िया के रूप में हुई. वह ब्लाक नम्बर 46 के रूम नम्बर छह में रहते थे. इस मामले में मृत श्यामजी के बेटे राज चौहान की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
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जानकारी के अनुसार श्यामजी की पत्नी गुड़िया गर्भवती थी. उसे डाक्टर से दिखाने के बाद सिगरा क्षेत्र से दवा लेकर श्यामजी मोटरसाइकिल से घर जा रहे थे. मिंट हाउस रोड पर पहुंचे थे तभी वरूणा पुल की ओर से तेज रफ्तार में आई अनियंत्रित कार पहले डिवाइडर से टकराई. फिर दाईं ओर जाकर बाइक सवार दम्पती को जोरदार टक्कर मारने के बाद बिजली के खम्भे से टकरा गई. जबर्दस्त दुर्घटना में दम्पती गंभीर रूप से घायल हो गये. कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी और खम्भे से टकराने के बाद बिजली आपूर्ति बाधित हो गई. दुर्घटना देख आसपास के लोग और राहगीर जुटे. सूचना पर पुलिस भी आ गई. लोग दम्पती को अस्पताल ले जाने की तैयारी कर रहे थे तभी गुड़िया ने दम तोड़ दिया. फिर लोग श्यामजी को बीएचयू ट्रामा सेंटर ले गये. वहां पति ने भी दम तोड़ दिया. घटना की जानकारी होते ही कांशीराम आवासीय योजना परिसर में रहनेवाले परिवार में कोहराम मच गया. पुलिस ने दुर्घटना करनेवाली होंडा सिटी कार को कब्जे में ले लिया और शवों का पोस्टमार्टम कराया.
शिवपुर में विवाहिता ने मायके में फांसी लगाकर दी जान
शिवपुर थाना क्षेत्र के इंद्रपुर के कुंदन नगर स्थित मायके में शुक्रवार को विवाहिता ने पंखे की कुंडी से चादर का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली. सूचना पर पहुंची शिवपुर थाने की पुलिस और फोरेंसिक टीम ने जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. जानकारी के अनुसार कुंदन नगर निवासी पोल्हावन राम की बेटी रूबी कुमारी (29) की शादी 27 नवम्बर को बिशुनपुर के विनय कुमार के साथ हुई थी. विनय रेलवे में लोको पायलट है. रूबी फरवरी में ससुराल से आई थी. पिता पोल्हावन ने बताया कि रूबी पूरे परिवार के साथ शुक्रवार की दोपहर खाना खाकर उठी और अपने कमरे में चली गई. मां जड़ावती देवी ने शाम को देखा तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था. काफी आवाज देने के बाद भी दरवाजा न खुला तो मुझे सूचना दी. उन्होंने खिड़की के झरोखे से देखा तो रूबी की लाश फंदे से लटक रही थी. रूबी छह भाई-बहनों में छोटी थी. पोल्हावन ने बताया कि रूबी आठ महीने से माइग्रेन से पीड़ित थी.