5 साल बाद बीजेपी के पास गिनाने को रहेंगे सुनहरे सपने: सोनिया गाँधी
2019 के आम चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं और सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव की तैयारी भी करनी शुरू कर दी है. बीजेपी चुनाव दर चुनाव खुद को मजबूत स्थिति में लाती दिखाई दे रही है जबकि विपक्षी दलों में आपसी सामंजस्य का अभाव दिखाई दे रहा है और बात तो अब खुलकर तीसरे मोर्चे की भी होने लगी है. ऐसे में अगर कांग्रेस की बात करें तो उनके लिए चीजें उतनी आसान नहीं होने वाली जितना राहुल गाँधी को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपना रहा था.
बीजेपी पर सोनिया गाँधी ने किये हमले
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गाँधी ने ऐसी कई बातें कहीं जो ये इशारा करती हैं कि राहुल गाँधी के लिए 2019 का चुनाव कैसा होने वाला है. इस कॉन्क्लेव में सोनिया गाँधी ने कहा कि वो देश से पूछना चाहती हैं कि क्या एक ही दिन में जो ब्लैकहोल दिख रहा था, वो ख़त्म हो गया. नरेंद्र मोदी और बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए सोनिया गाँधी ने कहा कि हम जो भारत बनाना चाहते थे उसका क्या हुआ, आज धार्मिक माहौल बिगाड़ा जा रहा है, महिलाओं पर हमले हो रहे हैं और उन्मादी बयान दिए जा रहे हैं, किसानों के आंदोलन को दबाया जा रहा है.
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सेक्युलर फ्रंट तैयार करने की भूमिका में भागीदारी
सोनिया गांधी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ने के बाद अब उनके पास अधिक समय है. लिहाजा इस समय में वह राजीव गांधी से जुड़े पुराने दस्तावेजों को पढ़ने और परिवार की जिम्मेदारी निभाने में लगा रही है. सोनिया ने कहा कि वह राहुल के साथ पार्टी के मामलों पर लगातार बातचीत करती रहती हैं. वहीं सोनिया ने कहा कि उनकी कोशिश है कि वह देश में एक सेक्युलर फ्रंट को तैयार करने में भूमिका अदा करें जिससे देश की राजनीति को अच्छी दिशा मिलती रहे.
राहुल गाँधी पर जताया भरोसा
सोनिया गाँधी ने राहुल गाँधी के नेतृत्व को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि वो अपना मत किसी पर थोपने की कोशिश नहीं करती है. लिहाजा यह जरूरी कि उन्हें उनका काम करने की पूरी स्वतंत्रता रहे. पार्टी के सभी नेताओं का काम करने का अपना तरीका है. राहुल की भी अपनी स्टाइल है. राहुल की कोशिश रही है कि कांग्रेस में नई जान फूंकने के कदम उठाए जाएं, हालांकि इस कोशिश में वरिष्ठ नेताओं को भूलने की नहीं बल्कि युवाओं को उनके साथ आगे लाने की है. वरिष्ठ नेताओं का सहयोग समय समय पर लिया जाता रहेगा.
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कांग्रेस के खिलाफ थी एंटीइनकमबैंसी
सोनिया गाँधी ने कहा कि 2014 चुनाव में कांग्रेस की सरकार के प्रति एंटी इंकम्बैंसी का माहौल था और बीजेपी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर गलत आंकड़े पेश कर इसको भुनाने की कोशिश की. अब चुनाव कैंपेन को नए तरीके से देखते की जरुरत है जहाँ से आम आदमी से सीधे जुड़ा जाये. उन्होंने ये बात स्वीकार की और कहा कि मोदी के मार्केटिंग के आगे कांग्रेस बेदम साबित हुई.
5 साल के बाद बीजेपी के पास साबित करने को कुछ नहीं
उन्होंने कहा कि बीजेपी अब अपने पांच साल के कार्यकाल को ख़त्म कर जनता के बीच जाएगी तो उसके पास गिनाने के लिए सुनहरे सपनों के अलावा कुछ नहीं रहेगा. आप लोगों को जुमलेबाजी के सहारे कबतक सांत्वना देने रहेंगे. बीजेपी ने हमारे खिलाफ गलत आंकड़े पेश किये लेकिन अंत में कोई ऐसा घोटाला या भ्रष्टाचार सामने नहीं आया.
जब सोनिया गाँधी ने कहा, नहीं जानती नरेंद्र मोदी को
सोनिया गाँधी ने नरेंद्र मोदी को लेकर कहा कि वो उन्हें निजी तौर पर नहीं जानती हैं. वो संसद में अन्य जगहों पर बोलते दिखाई देते हैं लेकिन उनको निजी तौर पर जानती नहीं हैं. सोनिया गाँधी ने शिवसेना के रवैये और हाल में ही टीडीपी के साथ बीजेपी के विवाद पर भी चुटकी ली और कहा कि अब तो उनके सहयोगी भी उनका विरोध करने लगे हैं.