पैसे लेकर शेल्टर होम की लड़कियों की अधेड़-विकलांगों से कराई शादी

0

देवरिया के शेल्टर होम से चौका देने वाले मामला सामने आया है। एसआईटी ने खुलासा किया है कि लड़कियों की पैसा लेकर कम आयु की लड़कियों की शादी उनसे कई गुना अधिक आयु वाले पुरुषों से जबरन शादी कराई गई। इतना ही नहीं कुछ लड़कियों की तो विकलांग पुरुषों से शादी कर दी गई।

यूपी के चर्चित देवरिया शेल्टर होम कांड में पुलिस ने एक और खुलासा किया है। जांच में सामने आया है कि शेल्टर होम में रह रही नौ लड़कियों की शादी उनकी उम्र से ज्यादा और अपंग लोगों के साथ जबरन कराई गई। हैरानी वाली बात यह भी है कि यह शादी उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत कराई गई।

बता दें कि कुछ महीनों पहले देवरिया के शेल्टर होम में लड़कियों के साथ शारीरिक शोषण किए जाने का मामला सामने आया था। इस घटना को स्वतः संज्ञान में लेते हुए हाई कोर्ट ने सख्त निर्देश जारी किए थे। हाई कोर्ट के निर्देश के बाद यूपी पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) बनाई थी।

Also Read :  सीएम योगी करेंगे राज्य और कैबिनेट मंत्रियों के साथ बैठक

देवरिया के शेल्टर होम कांड का खुलासा 5 अगस्त को यहां रहने वाली 11 वर्षीय बच्ची ने किया था। वह किसी तरह शेल्टर होम से भागकर पुलिस के पास पहुंची थी और उन्हें शेल्टर होम में लड़कियों के साथ हो रहे शारीरिक शोषण का खुलासा किया था।

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में कराई गई

एसआईटी ने जांच में पाया कि देवरिया के मां विंध्यवासिनी महिला एवं बालिका संरक्षण गृह की मालिक गिरिजा देवी ने नौ लड़कियों की उनकी मर्जी के खिलाफ शादी कराई। जब एसआईटी ने और जांच की तो पता चला कि उनकी शादी उम्रदराज आदमियों से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में कराई गई। एसआईटी ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में यह चार्जशीट दायर कर दी है।

गिरिजा त्रिपाठी को इसके बदले मोटी रकम दी थी

चार्जशीट में कहा गया है कि एक लड़की की शादी एक बूढ़े व्यक्ति से कराई गई। इतना ही नहीं यह व्यक्ति शारीरिक अपंग है। लड़की उस व्यक्ति से शादी नहीं करना चाहती थी लेकिन उसके साथ जबरदस्ती की गई। एक दूसरी लड़की की शादी एक दृष्टिहीन व्यक्ति से की गई। पूछताछ में सामने आया कि शादी करने वालों ने गिरिजा त्रिपाठी को इसके बदले मोटी रकम दी थी।

35,000 रुपये में 5,000 रुपये अपने पास रखती थी

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना प्रदेश के महिला एवं बाल कल्याण विभाग की पहल थी। एसआईटी ने पाया कि गिरिजा त्रिपाठी सीएम सामूहिक विवाह में शादी कराने के लिए हर एक शादी के 35,000 रुपये में 5,000 रुपये अपने पास रखती थी।

दुरुपयोग करने की धाराओं में भी चार्जशीट दायर की

इस योजना के अंतर्गत सिर्फ उत्तर प्रदेश की अविवाहित लड़कियों की ही शादी कराई जा सकती है। एसआईटी ने पाया कि इसमें बिहार की तीन लड़कियों की भी शादी गैर-कानूनी ढंग से जबरन करा दी गई। दो ऐसी लड़कियां एसआईटी को मिली, जिनकी शादी पहले हो चुकी थी। एसआईटी ने गिरिजा त्रिपाठी के ऊपर मानव तस्करी, धोखाड़ी, आपराधिक षणयंत्र करने की धाराओं सहित ट्रस्ट के नियमों का उलंघन करने और सरकारी फंड का दुरुपयोग करने की धाराओं में भी चार्जशीट दायर की है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More