केजरीवाल को झटका! 2 जून को करना होगा सरेंडर
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को कथित दिल्ली शराब नीति मामले में अब 2 जून को ही सरेंडर करना पड़ेगा. क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल की याचिका को ख़ारिज कर दिया है. केजरीवाल चाहते है की दो जून को केजरीवाल को जेल न जाने पड़े इसलिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई थी की उन्हें और जमानत दी जाए लेकिन उनकी इस याचिका पर सुनवाई से कोर्ट ने मना कर दिया है.
केजरीवाल की रणनीति क्या?…
बता दें की इस समय केजरीवाल खुद जेल जाने से बचने के लिए अलग रणनीति पर काम कर रहे हैं. इतना ही नहीं दिल्ली और पंजाब में लगातार चुनाव प्रचार में वह कह रहे हैं कि अगर उन्हें वोट दिया जाएगा तो उन्हें जेल नहीं जाना पड़ेगा, वहीँ, अगर इंडिया गठबंधन जीत जाता है तो उनको जेल जाने से आज़ादी मिलेगी और अब 4 जून को देखने होगा की जनता ने केजरीवाल को सही मायने में सहयोग किया है या नहीं.
केजरीवाल के साथ क्या हुआ?..
बता दें कि लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए केजरीवाल को कई शर्तों के साथ जमानत मिली थी. कहा गया था कि जेल से बाहर जाने के बाद वह अपने केस में टीका- टिपण्णी नहीं कर सकते. वहीँ केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद लगातार उनकी लीगल टीम यह कोशिश कर रही है कि केजरीवाल को दोबारा जेल न जाने पड़े इसी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जमानत बढ़ाने वाली याचिका को तवज्जो नहीं दी और उनकी याचिका ख़ारिज कर दी.
केजरीवाल की जेल यात्रा…
गौरतलब है कि केजरीवाल को कथित दिल्ली शराब घोटाले मामले में गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद उन्हें कई दिनों तक दिल्ली के तिहाड़ जेल में रखा गया. इस दौरान उनकी जेल यात्रा कई विवादों से भरी रही. जेल जाने की शुरुआत से कहा गया जकी केजरीवाल की तबीयत ज्यादा ख़राब हो गई है और उन्हें इन्सुलिन भी नहीं दी गई लेकिन यह अलग बात थी कि जेल प्रशासन के अधिकारियों और डॉक्टरों की टीम ने उसे ख़ारिज कर दिया.
दैनिक जागरण के निदेशक वीरेंद्र कुमार का निधन …
चलता रहा आरोप- प्रत्त्यारोप का खेल?…
जेल में बंद केजरीवाल को लेकर कई तरह के आरोप- प्रत्यारोप के खेल चलते रहे. ED ने कोर्ट में सुनवाई क दौरान दावा किया कि केजरीवाल ने अपनी शुगर लेवल बढ़ाने के लिए ज्यादा मीठे का उपयोग किया, उन्होंने तेल वाले खाने का सेवन किया और इतना ही नहीं उन्हें घर में भी चिकनाई वाला भोजन मिलता रहा. इन बातों को लेकर कई तरह की चर्चाएं हुई जिसको सीएम और उनके वकील ने सब ख़ारिज कर दिया.