टीम इंडिया के ‘गब्बर’ यानि शिखर धवन एक बेहतरीन क्रिकेटर होने के साथ-साथ आदर्श पिता और पति भी हैं। शिखर धवन पत्नी आयशा मुखर्जी और अपने बच्चों से कितना प्यार करते हैं। इसका अंदाजा आप उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर शेयर होने वाली तस्वीरों और वीडियो से लगा सकते हैं।
वह अक्सर अपनी पत्नी आयशा मुखर्जी के साथ घर के कामों में भी हाथ बंटाते हैं। एक बार आयशा के बीमार होने के बाद किचन में शिखर धवन के काम करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो चुका है।
हाल ही में शिखर धवन ने टॉक शो ‘ब्रेकफॉस्ट विद चैंपियन’ में अपनी निजी जिंदगी और परिवार से कई राजों से पर्दा उठाया। शिखर धवन ने इंटरव्यू में बताया कि, वह जब भी ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में अपनी पत्नी आयशा मुखर्जी के साथ होते हैं तो हर गुरुवार को वह कूड़ा उठाने का काम करते हैं। उन्होंने कहा, वह जब भी घर पर होते हैं पत्नी के साथ काम में हाथ बंटाते हैं।
घर के काम में बंटाते हैं पत्नी का हाथ
शिखर धवन ने गौरव कपूर के शो ‘ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस’ में कहा, जब भी मैं मेलबर्न जाता हूं तो आयशा की मदद करने की कोशिश करता हूं। बता दें कि शिखर धवन ने आयशा के साथ 2012 में विवाह किया था। आयशा, शिखर धवन से उम्र में 10 साल बड़ी हैं। शिखर धवन से शादी करने से पहले आयशा की एक शादी हो चुकी थी। पहली शादी से आयशा के दो बेटियां भी हैं। आयशा 2014 में तीसरी बार मां बनी थीं, जब उन्होंने जोरावर को जन्म दिया।
ऐसे मिला ‘गब्बर’ नाम
टीम इंडिया के ओपनिंग बल्लेबाज ने इस शो में इस राज से भी पर्दा उठाया कि उन्हें ‘गब्बर’ नाम कैसे मिला। शिखर धवन ने बताया, मुझे कोई शिखर नहीं कहता, हर व्यक्ति मुझे गब्बर कहता है। मुझे यह नाम एक रणजी मैच के दौरान विजय दहिया ने दिया था। मैं आमतौर पर सिली प्वाइंट पर फील्डिंग करता था और टीम का मोरल बूस्ट करने के लिए अलग-अलग डायलॉग बोला करता था. एक बार दूसरी टीम ने बड़ी भागीदारी कर दी। इससे हमारी टीम को मोरल डाउन हो गया।
Also Read : ‘आप’ के कपिल को मिल सकता है भाजपा का सहारा!
हर खिलाडी खामोश खड़ा था। मैं उन खिलाड़ियों में से हूं जो टीम को मोरल बढ़ाने की जिम्मेदारी आगे बढ़ कर लेता हूं। जब हमारा गेंदबाज रन अप के लिए दौड़ रहा था तो मैंने डायलॉग बोला, बहुत याराना लगता है। यह शोले फिल्म का डायलॉग है, जिसमें फिल्म में अमजद खान ने बोला था। शिखर धवन बताते हैं, मैंने यह डायलॉग बहुत जोर से बोला था ताकि सब सुन सकें। इस सब हंस पड़े. बस तभी से मुझे ‘गब्बर’ कहा जाने लगा।
ऑस्ट्रेलिया से शुरू हुआ ‘कबड्डी स्टाइल सेलिब्रेशन’
भारत के बायें हाथ के ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन को कबड्डी स्टाइल सेलिब्रेशन के लिए भी जाना जाता है, जिसमें वह अपनी जांघ पर हाथ मार कर सेलिब्रेट करते हैं। अपनी बल्लेबाज के साथ-साथ शिखर इस सेलिब्रेशन के लिए भी जाने जाते हैं। कई बार वह अपनी मूंछों पर ताव देकर सेलिब्रेट करते हैं। यह दोनों ही अंदाज उनके फैन्स को बेहद पसंद हैं। शिखर धवन ने बताया कैसे उन्होंने कबड्डी स्टाइल में सेलिब्रेशन की शुरुआत की। 32 वर्षीय धवन ने कहा, इसकी शुरुआत ऑस्ट्रेलिया में हुई। मैंने शेन वॉटसन का कैच लिया था। मैं कबड्डी के मैच देखना पसंद करता हूं।
और मुझे इसमें आनंद आता है। जब मैं कैच लेता हूं तो मैं पूरी गंभीरता से इसे सेलिब्रेट करता हूं। लोग भी मुझे यही अपेक्षा करते हैं। जब मैं मैदान पर फील्डिंग करता हूं तो लोग मुझे कहते हैं कि मैं अपने खास अंदाज में ही सेलिब्रेट करूं। शिखर धवन को हाल ही में ‘इंटरनेशनल बैट्समैन ऑफ द ईयर सीएट अवॉर्ड’ मिला है। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज का आईपीएल 2018 का यह सीजन भी शानदार रहा है। उन्होने 16 मैचों में 497 रन बनाए।
रनर अप के रूप में अपने अभियान की समाप्ति की
उनका औसत 38.23 का रहा। सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान केन विलियम्सन के साथ उन्होंने अच्छी भागीदारियां निभाईं। विलियमसन ने 17 मैचों में 52.50 की औसत से 735 रन बनाए और ओरेंज कैप पर कब्जा किया। सनराइजर्स ने इस आईपीएल में रनर अप के रूप में अपने अभियान की समाप्ति की। फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स ने 8 विकेट से हराया। इस आईपीएल में यह चौथा मौका था, जब धोनी की टीम ने उन्हें हराया।
शिखर धवन 14 जून से बेंगलुरु में होने वाले अफगानिस्तान के साथ एकमात्र टेस्ट में खेलते दिखाई देंगे। हालांकि, धवन को इसके लिए केएल राहुल और मुरली विजय से कड़ी टक्कर मिलेगी। केएल राहुल किंग्स इलेवन पंजाब के लिए बेहतरीन बल्लेबाजी के बाद चर्चा में हैं। उन्होंने 14 मैचों में 54.91 की औसत से 659 रन बनाए। वह विलियमसन और ऋषभ पंत के बाद तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। संभव है उन्हें शिखर धवन की जगह मुरली विजय के साथ अफगानिस्तान के खिलाफ खेलने का मौका मिले।
zeenews
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)