खिलौने से खेलने की उम्र में मां बनी रेप पीड़िता और अब…
गुड्डे-गुड़ियों से खेलने की उम्र में वह मां बन गई। अपने साथ हुई बलात्कार की दर्दनाक घटना को पीड़िता भूल नहीं पाई है और न ही इस उम्र में वह बच्चा पालने में समर्थ है, इस वजह से वह उसे घर नहीं ले जाना चाहती। दरअसल बीते शनिवार को लखनऊ के एक अस्पताल में 12 साल की रेप पीड़िता ने बच्चे को जन्म दिया, लेकिन वह उसे घर नहीं ले जाना चाहती।
जब वह हैंडपंप से पानी लेकर घर लौट रही थी
2017 की शुरुआत में नाबालिग के साथ उसके पड़ोसी ने बलात्कार किया था जिसके बाद वह सलाखों के पीछे है लेकिन पीड़िता इस सदमे से उबर नहीं पाई है। पीड़िता का कहना है कि बच्चा उसे केवल उसे बीते हुए कल की याद दिलाएगा और उसके जख्मों को ताजा करेगा। सोमवार को पीड़िता को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। उसके परिजनों ने बताया, ‘लखनऊ के इंदिरानगर इलाके के सुग्गामऊ में एक किराये के कमरे में रहने वाले 25 साल के पड़ोसी ने उनकी बेटी का बलात्कार किया, जब वह हैंडपंप से पानी लेकर घर लौट रही थी।
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‘ आरोपी जेल में है और उसका ट्रायल जल्द शुरू होने वाला है। रविवार को रेप पीड़िता अस्पताल के इमर्जेंसी महिला विंग में बेड में अपने बच्चे की तरफ पीठ करके एक किनारे लेटी हुई थी। इस दौरान पीड़िता बार-बार कह रही थी कि वह बच्चा नहीं चाहती और न ही उसे घर ले जाना चाहती है। पीड़िता की मां ने कहा, ‘हम गरीब हैं। हम बच्चे को अपने साथ नहीं रख सकते क्योंकि इससे समाज में बदनामी होगी।’
आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सरिता सक्सेना का कहना है कि 2.3 किलोग्राम वजन का बच्चा स्वस्थ है जिसका जन्म नॉर्मल डिलिवरी के तहत हुआ। पीड़िता के बलात्कार की बात परिजनों को प्रेग्नेंसी के साथ अगस्त में पता लगी। इसके बाद इंदिरानगर पुलिस स्टेशन में एफआईआर लिखाई गई लेकिन तब तक अबॉर्शन के लिए काफी देर हो चुकी थी इसलिए भ्रूण गिराया नहीं गया। इंदिरानगर पुलिस स्टेशन के अफसर मुकुल वर्मा ने कहा, ‘आरोपी को 26 अगस्त को गिरफ्तार किया गया और 5 अक्टूबर को रेप और पोस्को ऐक्ट के तहत आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ।
(साभार-nbt)