रूस-यूक्रेन दोनों के बीच 14 महीने से चल रहा युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा हैं. रूसी राष्ट्रपति के ऑफिस क्रेमलिन पर हुए ड्रोन अटैक के बाद ये जंग अब और भी विकराल रूप लेती नजर आ रही है. इस अटैक से रूस इस कदर बौखला गया है कि यूक्रेन में ताबड़तोड़ हमलों को अजाम दे रहा है. यूक्रेन की राजधानी कीव, खेरसॉन समेत कई शहरों में लगातार धमकामों की आवाज आ रही है. हमलों की चेतावनी के सायरन बजाए जा हे हैं. लोगों में भगदड़ मची हुई है. हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल है.’
So let me get this straight.
Russia reports that Ukraine just attempted to kill Putin via drone strike.
Ukraine is a proxy of the US. All the military operations are being conducted via extension of US entities (CIA, State Dept, etc.).
Did the US just try to assassinate Putin? pic.twitter.com/cI94CRBT0y
— Clandestine (@WarClandestine) May 3, 2023
इस बीच गुरुवार सुबह से कीव, जापोरिज्जिया और ओडेसा में धमाकों की आवाज़ सुनी गई है. सुबह के शुरुआती घंटों में कीव और अन्य शहरों में लगातार कई धमाकों की आवाज सुनी गई. जानकारी के मुताबिक यूक्रेन के अंदर और बाहर रूसी सैनिक अलर्ट मोड में है और कई शहरों ताबड़तोड़ हमले कर रही है. ओडेसा की मिलिट्री अकेडमी के पास आग लगने की खबर है. इसके अलावा खेरसॉन में भी बड़ा हमला किया गया है जिसमें 21 लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि 48 लोग गंभीर रूप से घाय हैं.
तेजी से हथियार बना रहा रूस…
इस बीच खबर है कि रूसी की आर्म्स फैक्ट्री हथियार बनाने का काम तेजी से शुरू हो गया है. न्यूक्लियर फोर्स को भी अलर्ट पर रखा गया है. क्रेमलिन अटैक के बाद रूस की बौखलाहट साफ नजर आ रही है. यूक्रेन के कई शहरों में हो रहे हमलों के वीडियो सामने आ रहे हैं जिसमें एक के बाद एक कई धमाको की आवास सुनी जा सकती है. जेपोरिज्जिया में भी बड़े धमाके की खबर सामने आ रही है.
वहीं रूस ने क्रेमलीन अटैक के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार बताया है और आऱोप लगाया है कि यूक्रेन ने रूसी राष्ट्रपति को मार गिराने के लिए ये हमला किया. जानकारी के मुताबिक जिस वक्त हमला हुआ, उस दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जैलेंस्की फिनलैंड में सरप्राइज विजिट पर गए थे. हालांकि रूस के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने क्या कहा था?
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इन आरोपों को खारिज किया था और कहा था कि वह रूस पर हमला नहीं करते. इस तरह के हमलों के लिए उनके पास पर्याप्त मात्रा में हथियार भी नही है. ऐसे में वह इन हथियारों का इस्तेमाल केवल अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए करते हैं.
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