गिरगिट भी हैं संवेदनशील
अपने संतान के प्रति संवेदनशीलता तो हर जीव में पायी जाती है। इंसान में यह विशेषता थोड़ी अधिक दिखती है। पर इसका मतलब यह नहीं है कि चौपाये इस संवेदनशीलता से वंचित है। आज हम आपको इंसानी दुनिया में अपनी रंग बदलने की फितरत के चलते कुछ अच्छी नजरों से न देखे जाने वाले जीव गिरगिट के अपने संतान के प्रति संवेदनशीलता को एक वीडियो में दिखाने का प्रयास करेंगे। इस वीडियो में आप देखेंगे कि किस तरह से एक गिरगिट अपने अंडे को दूसरे जीवों से सुरक्षित रखने का जतन करता है।
गड्ढा खोदकर उसमें देता है अंडा-
यह वीडियो तकरीबन सात साल पुराना है। घर के बगीचे की क्यारी में थोड़ी हलचल दिखी। एक गिरगिट अपने पंजे से गड्ढा खोदता है और फिर उसमें अपने अंडे देता है। एक के बाद एक तकरीबन आधा दर्जन अंडे। पर वीडियो सिर्फ एक अंडे का ही बन पाया। सोनी के फिक्स लेंस कैमरे से काफी दूर से यह वीडियो शूट किया गया।
ताकि किसी को पता न चले-
खास बात यह कि अंडे देने के बाद गिरगिट उस गड्ढा में वापस मिट्टी डाल देता है। फिर उसके बाद मिट्टी को अपने सिर से दबादबा कर बराबर करता है। जिससे कि किसी को वहां कुछ दबा होने पता ही न चले। गिरगिट को जरा सी आहट होती है और वह तुरंत सतर्क होकर उस आहट को समझने की कोशिश करता है। उसके बाद आश्वस्त होकर फिर से अपने काम में लग जाता है।
गजब की दिखी लगन-
एक गिरगिट में अपने संतान के प्रति संवेदनशीलता उसके अंडे देने के लिए सुरक्षित स्थान तैयार करने से लेकर और उस स्थान के बारे में किसी को पता न चले तक के उसके लगन से किये गये कार्य में दिखायी देती है। तकरीबन आधे घंटे तक गिरगिट अपने काम में तल्लीन रहता है। उसके बाद जब उसे इस बात का यकीन हो जाता है कि अब उसके अंडे सुरक्षित हैं तभी वो वहां से हटता है। जब गिरगिट वहां से हटता है तो किसी को भी इस बात का अंदाजा नहीं लग सकता कि इस मिट्टी के नीचे गिरगिट ने अपने अंडे भी छिपाये हैं।