बीते मंगलवार यानि 28 जून को राजस्थान में उदयपुर के धानमंडी थानाक्षेत्र में दर्जी कन्हैयालाल की निर्ममता से हत्या कर दी गई. राज्य की पुलिस ने हत्या के दोनों आरोपियों को राजसमंद जिले के भीम क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है. मृतक दर्जी कन्हैयालाल के परिजनों ने आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है. इस बीच अशोक गहलोत की सरकार ने मृतक के दो परिजनों को संविदा पर नौकरी और 31 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है.
मृतक कन्हैयालाल की भांजी ने कहा ‘आरोपियों ने मेरे मामा को तड़पा-तड़पा कर मारा है. इनको फांसी की सजा होनी चाहिए और कुछ नहीं, आज हमको मारा है, कल दूसरे को मारेगा. हम न्याय चाहते हैं, उनको फांसी हो. नहीं तो अन्य लोगों को इससे बढ़ावा मिलेगा उनको ऐसी सजा मिलनी चाहिए आगे ऐसी घटना न हो. उनको ऐसी सजा मिलनी चाहिए राजस्थान में क्या देश में कोई ऐसा न कर पाए.’
राजसमंद के पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी के अनुसार, दर्जी कन्हैया लाल को सोशल मीडिया पर कुछ टिप्पणियां करने के मामले में स्थानीय पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया था. जमानत मिलने के बाद दर्जी ने 15 जून को पुलिस को बताया था कि उन्हें धमकी भरे फोन आ रहे हैं. हत्या की घटना के बाद पुलिस ने शिकायत के समय लापरवाही बरतने के आरोप में एक सहायक उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया है.
दोनों आरोपी धानमंडी थाना क्षेत्र स्थित दर्जी की दुकान पर दोपहर के समय पहुंचे. इनमें से एक ने अपना नाम रियाज बताया है. उसने अपने आप को एक ग्राहक बताया और टेलर ने उसका नाप लेना शुरू कर दिया. इस दौरान उसने टेलर पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, दूसरे आरोपी ने मोबाइल फोन से घटना का वीडियो बनाया. घटना के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए तथा बाद में एक और वीडियो में उन्होंने अपराध करने की पुष्टि की.
https://twitter.com/riaa0riaa/status/1541824288554004480?s=20&t=sl0xQixyinN83PFnduhikg
घटना के सामने आने के बाद इसके विरोध में स्थानीय बाजारों में दुकानें बंद कर दी गयीं. देशभर में आक्रोश है. राजस्थान में आगामी 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है और अगले एक महीने तक धारा 144 लगा दी गई है.