रामनाथ कोविंद बने देश के 14वें राष्ट्रपति, मीरा कुमार को भारी मतों से हराया
देश के चौदहवें राष्ट्रपति के रुप में रायसीना की रेस में रामनाथ कोविंद ने 702044 वोट पाकर बड़ी जीत हासिल की है। वहीं मीरा कुमार को 367314 वोट मिले हैं। रामनाथ कोविंद ने मीरा कुमार को 3 लाख से अधिक मतों से हराया है। बता दें कि एनडीए के रामनाथ कोविंद को करीब 66 प्रतिशत वोट मिले जबकि मीरा कुमार को 34 प्रतिशत वोट मिले।
परिवार से लेकर गांव में जश्न
इस जीत से रामनाथ कोविंद के परिवार से लेकर उनके गांव औऱ पूरे देश मे उनके चाहने वालों में खुशी की लहर दौड़ रही है। आप को बता दें कि रामनाथ कोविंद एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे जिन्होंने अपने प्रतिद्वंदी मीरा कुमार को हराया है। राम नाथ कोविन्द का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले की (वर्तमान में कानपुर देहात जिला), तहसील डेरापुर के एक छोटे से गाँव परौंख में हुआ था। कोविन्द का सम्बन्ध कोरी या कोली जाति से है जो उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती है। वकालत की उपाधि लेने के पश्चात दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत प्रारम्भ की। वह 1977 से 1979 तक दिल्ली हाई कोर्ट में केंद्र सरकार के वकील रहे।
2015 में बिहार के राज्यपाल बने थे
8 अगस्त 2015 को बिहार के राज्यपाल के पद पर नियुक्ति हुई। उन्होनें संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा भी तीसरे प्रयास में ही पास कर ली थी। दो बार राज्यसभा सांसद रहे रामनाथ कोविंद ने 2010-11 में अपनी सांसद निधि से परौख गांव के पैतृक घर को मिलन केंद्र बनवा दिया रामनाथ कोविंद अपने दिन की शुरुआत सुबह 5 बजे उठकर एक घंटा सैर से करते हैं। सैर के बाद वो एक घंटा योग भी करते हैं। योग करने के बाद कोविंद आम लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुनते हैं।
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ठीक 10 बजे कोविंद राजभवन में बैठते थे। यहां वो उनसे मिलने आए लोगों से बातचीत करते हैं। जो भी उनसे मिलने की इच्छा जाहिर करता है कोविंद उससे जरूर मिलते थे। कोविंद शाकाहारी होने के साथ-साथ बिना मसालों और कम तेल का भोजन पसंद करते हैं। चाय भी वो बिना शक्कर वाली ग्रीन टी ही पीते हैं। इतना ही नहीं उनके आयोजकों को भी पता होता है कि वो सिर्फ छाछ और नारियल पानी ही पीते हैं।
1991 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे
वर्ष 1991 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद वर्ष 1994 में उत्तर प्रदेश राज्य से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए। वर्ष 2000 में फिर उत्तरप्रदेश राज्य से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए। इस प्रकार कोविन्द लगातार १२ वर्ष तक राज्यसभा के सदस्य रहे। वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे। श्री कोविन्द का नाम भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने19 जून 2017 को एनडीए के सर्वसम्मति से राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में घोषित किया था।
2012 में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे
प्रणब मुखर्जी को 7,13,763 मत मिले थे जो कुल मतों का 69.3 प्रतिशत मत था। जबकि उनके प्रतिद्वंदी पीए संगमा को 3,15, 987 मत ही मिल सके थे।
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