रामनगरः चेंजिंग रूम की छत ढहने का मामला गर्माया, असिस्टेंट प्रोजेक्ट मैनेजर और जेई निलम्बित

विपक्षी दलों ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर उठाये सवाल, सरकार को घेरा

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वाराणसी में रामनगर के बलुआघाट पर 10.50 करोड़ की लागत से कराये जा रहे सुंदरीकरण कार्य के दौरान चेंजिंग रूम की गुम्बंदनुमा छत ढहने से एक श्रमिक की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस मामले में एक ओर जहां विपक्षी पार्टियां मोदी और योगी सरकार पर हमलावर हैं, वहीं भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इस मामले में कार्रवाई की मांग कर रही हैं. उधर, निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठने के साथ शासन और प्रशासन की हो रही किरकिरी के बीच पहली कार्रवाई सामने आई है. इस मामले में यूपी प्रोजेक्ट लिमिटेड कार्पोरेशन लिमिटेड ने सहायक परियोजना प्रबंधक दिलीप कुमार और अवर अभियंता रेनू जायसवाल को निलम्बित कर दिया. यह आदेश यूपी प्रोजेक्ट कार्पोरेशन लिमिटेड के महाप्रबंधक प्रशासन राजीव कुमार पांडेय ने दिया है.

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प्रयागराज से सम्बद्ध किये गये असिस्टेंट प्रोजेक्ट मैनेजर और जेई

बलुआघाट के सुंदरीकरण का कार्य करानेवाले राबर्ट्सगंज (सोनभद्र) के मेसर्स ओमप्रकाश पांडेय के खिलाफ तकनीकी जांच के आदेश दिये गये हैं. आदेश में कहा गया है कि निर्माण कार्य में फर्म द्वारा कार्यों के प्रति घोर लापरवाही बरते जाने के कारण दुर्घटना हुई. इसके साथ ही इस फर्म द्वारा कराये जा रहे सभी कार्यों और भुगतान पर रोक लगा दी गई है. अधिकारी ने बताया कि जांच में निर्माण की गुणवत्ता मानक के अनुरूप न मिलने पर फर्म को काली सूची में डाला जाएगा. निलम्बन की अवधि में सहायक परियोजना प्रबंधक दिलीप कुमार और अवर अभियंता रेनू जायसवाल को महाप्रबंधक कार्यालय जोन-1 प्रयागराज से सम्बद्ध कर दिया गया है.

हुई थी श्रमिक की मौत, मुआवजा और नौकरी की मांग

आपको बता दें कि बलुआ घाट पर लगभग 10.50 करोड़ की लागत से सुंदरीकरण हो रहा है.घाट पर हाल ही में बने चेंजिंग रूम का छज्जा गुरूवार को ढह गया और उसके मलबे में दबकर चंदौली जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र के परोरवा गांव निवासी श्रमिक मेवा लाल (57) की मौत हो गई. मेवालाल चेंजिंग रूम में बैठे थे, जबकि नीचे एक कुत्ता सो रहा था. मलबे में दबकर दोनों की मौत हो गई. दुर्घटना के बाद मौके पर रामनगर और आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई. इसके साथ ही निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे. आपको बता दें कि एक सप्ताह पहले महिलाओं के लिए बनाए गए चेंजिंग रूम की खपरैल की छत ढह गई थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. करीब डेढ़ महीने पहले बारिश के दौरान किले की ओर बनाई गई दीवार भी ढह गई थी. अब यह तीसरी घटना के बाद सियासी तूफान उठने लगा है. शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के लोगों ने रामनगर में शास्त्रीजी की प्रतिमा के पास बैठकर धरना दिया. उन्होंने मृत मजदूर के परिजनों को 50 लाख मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी की मांग की.

छह माह भी नही बीते, भ्रष्टाचार उजागर हो गया

विरोध प्रदर्शन कर रहे सपाइयों का कहना था कि घाट पर 11 करोड़ की लागत से सुंदरीकरण हो रहा है. यहां गुंबद को बने छह माह भी नहीं हुए और भ्रष्टाचार उजागर हो गया. गुंबद गिरने की घटना निर्माणधीन घाट पर लगातार हो रही है, परंतु शासन प्रशासन के मिली भगत से उजागर नहीं हो पा रहा था. उधर, कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष अजय राय ने भी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहाकि विकास के नाम पर भ्रष्टाचार चरम पर है. बलुआ घाट की घटना भ्रष्टाचार का ही नतीजा है.

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