राजू श्रीवास्तव निधन: जानें कॉमेडियन का असली नाम और फतेहपुर कैसे बनी ससुराल, सकारात्मकता से परिपूर्ण थे कॉमेडी किंग

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मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का बुधवार को दिल्ली एम्स में निधन हो गया है. उन्हें दिल का दौरा पड़ा था और पिछले 41 दिनों से जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे थे. 58 वर्षीय राजू श्रीवास्तव के पार्थिव शरीर को 01:00 बजे दिल्ली एम्स से दशरथपुरी आवास पर ले जाया जाएगा. कल द्वारका में राजू श्रीवास्तव का अंतिम संस्कार होगा. राजू श्रीवास्तव के निधन की खबर से उनके फैंस में शोक की लहर दौड़ गई है. जानिए राजू श्रीवास्तव का असली नाम क्या था और कैसे उनकी ससुराल फतेहपुर बनी.

कानपुर में जन्म, फतेहपुर में शादी…

दरअसल, बहुत ही कम लोगों को पता है कि राजू श्रीवास्तव का असली नाम सत्यप्रकाश श्रीवास्तव था. यूपी के कानपुर जिले के बाबूपुरवा में 25 दिसंबर, 1963 को उनका जन्म हुआ था. राजू के पिता का नाम रमेश चंद्र श्रीवास्तव उर्फ बलई काका था. उनकी माता का नाम सरस्वती श्रीवास्तव था. उनके बड़े भाई का नाम दीपू श्रीवास्तव है.

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एक साक्षात्कार में राजू श्रीवास्तव ने बताया था कि साल 1981 में उनके बड़े भाई की शादी कानपुर से सटे फतेहपुर जिले में तय हुई थी. जब वो भाई की बारात कानपुर से लेकर फतेहपुर गए तो वहीं उन्होंने शिखा को पहली बार देखा और पहली ही नजर प्यार हो गया. उसी समय राजू ने सोचा अब इसी से ही शादी करुंगा. शिखा के बारे में छानबीन की तो पता चला ये भाभी के चाचा की बेटी हैं. इसके बाद काफी प्रयासों के बाद राजू आखिर उन्हें अपनी पत्नी बनाने में कामयाब हो गए.

राजू श्रीवास्तव की पत्नी शिखा श्रीवास्तव बन गईं. दोनों के दो बच्चे भी हैं. जिनमें बेटी का नाम अंतरा श्रीवास्तव और बेटे का नाम आयुष्मान श्रीवास्तव है. जिन्हें छोड़कर आज उन्होंने दुनिया से अलविदा कह दिया.

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जीने का फंडा सकारात्मक सोच…

जो लोग राजू को करीब से जानते थे, वो उनके जीने के फंडों से भी काफी वाकिफ थे. नकारात्मकता को कभी पास न आने देने की कला राजू में कूट-कूटकर भरी थी. वो कहते थे, जीवन का सही आनंद लेना है तो भैया जिंदगी की जो भी नकारात्मकता है, उसे सकारात्मक सोच में बदल दो, नहीं तो जी नहीं पाओगे. इसके साथ ही राजू का हमेशा एक और फंडा रहा कि अपनी कमजोरियों और मजबूरियों को छिपाने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि इन्हें अपनी जीवन शैली का हिस्सा बनाइए, आप देखेंगे कि आपकी यहीं बातें सकारात्मक रूप ले रही हैं.

मुस्कान से बढ़ जाएगा आत्मविश्वास…

एक बार राजू ने कहा था कि लोग आपको चाहे जितना दुत्कारें, फटकारें और गालियां दें. आप धैर्य रखिए और एक हल्की मुस्कान चेहरे पर रखिए. ये आपकी ताकत में अजीब सा इजाफा कर देंगी और आपका आत्मविश्वास और बढ़ जाएगा. राजू हमेशा कहते थे कि अपने काम से प्यार कीजिए क्योंकि यही आपको आपकी पहचान देगा. इसके साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि आप चाहें जितने बड़े क्यों न हो जाएं अपना परिवार, अपनी जमीन, अपने मोहल्ले, अपने शहर और अपने लोगों से जुड़ाव किसी भी हाल में खत्म नहीं करना चाहिए. क्योंकि यही वो बातें हैं जो संघर्ष के दिनों में आपको मनोबल प्रदान करती हैं.

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