राजस्थान निकाय चुनाव:9 नगर परिषदों में कांग्रेस का बोर्ड
राजस्थान निकाय चुनाव का रिजल्ट कांग्रेस को प्रोत्साहित करने वाला है! कांग्रेस बढृत बनाये हुए है!
इन चुनावों के नतीजों को काफी अहम
पार्षद चुने जाने के बाद तय कार्यक्रम के अनुसार नगर निकायों में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 26 नवंबर और उपाध्यक्ष पद के लिए 27 नवंबर को करवाया जाएगा।
इन चुनावों के नतीजों को काफी अहम माना जा रहा है।
सत्ताधारी कांग्रेस ने बीजेपी को पीछे छोड़ दिया
राजस्थान में स्थानीय निकाय यानी शहर की सरकार के चुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस ने बीजेपी को पीछे छोड़ दिया है।
49 नगर निकायों में 2,000 से अधिक पार्षदों के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुख्य मुकाबला है।
अब तक मिले रुझान और नतीजों के मुताबिक नगरपालिका और नगर परिषदों में कांग्रेस काफी मजबूत दिख रही है।
अब तक 16 निकायों में कांग्रेस का बोर्ड बनता दिख रहा है।
वहीं उदयपुर नगर निगम में बीजेपी ने जीत दर्ज की है।
गहलोत सरकार के एक साल के कामकाज का लिटमस टेस्ट
चुनाव के नतीजों को गहलोत सरकार के एक साल के कामकाज का लिटमस टेस्ट माना जा रहा है।
17 में से 9 नगर परिषदों में कांग्रेस का बोर्ड।
17 नगर परिषदों के नतीजों में कांग्रेस का 9 जगह बोर्ड बना है।
वहीं 7 में निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है।
बीजेपी को सिर्फ बालोतरा नगर परिषद में जीत हासिल हुई है।
सीकर, हनुमानगढ़, टोंक, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा और बाड़मेर नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड बन गया है।
फलौदी, कैथून, बिसाऊ, रावतभाटा, डीडवाना, माउंट आबू, नाथद्वारा, छबड़ा और निंबाहेड़ा नगरपालिका में कांग्रेस को जीत मिली है।
कांग्रेस आगे
बाड़मेर नगर परिषद के 55 वॉर्डों में से 32 पर कांग्रेस, 18 पर बीजेपी और 5 पर अन्य को बढ़त मिली है।
निंबाहेड़ा के 45 में से 28 वॉर्डों में कांग्रेस, 16 में बीजेपी और 1 पर निर्दलीय कैंडिडेट आगे हैं।
बिसाऊ नगरपालिका में भी कांग्रेस आगे है।
बालोतरा नगर परिषद, पिंडवाड़ा और खाटूश्यामजी नगरपालिका में बीजेपी का बोर्ड बना है।
प्रतापपुर गढ़ी नगरपालिका में बीजेपी को बढ़त मिली है।
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