गूगल में खामी ढूंढ़ने पर केरल के छात्र को मिले इतने लाख

अबतक कई खामियां पकड़ी हैं, इनाम में उसे लाखों रुपये मिले हैं

0

गूगल, फेसबुक, वाट्सऐप में खामियां ढूंढ़कर केरल का एक युवक Pratish को लाखों की कमाई कर रहा है। उसने अबतक कई खामियां पकड़ी हैं। इनाम में उसे लाखों रुपये मिले हैं।

Pratish नारायणन गुरुकुलम ऐसे ही एक युवक हैं जो श्री नारायण गुरुकुलम कॉलेज ऑफ इंजिनियरिंग के B.Tech फाइनल ईयर के छात्र हैं। वह बग ढूंढ़कर लाखों की कमाई कर रहे हैं।

गूगल के एक बग को रिपोर्ट किया

Pratish ने हाल ही में गूगल के एक बग को रिपोर्ट किया है, जिसके बाद कंपनी ने 10,000 डॉलर यानी करीब 7.6 लाख रुपये का इनाम दिया है।

ज्ञात हो कि सबसे पहले 90 के दशक में लोगों ने कंप्यूटर का इस्तेमाल कायदे से शुरू किया। उस समय इंटरनेट एक्सप्लोरर, ब्राउज़र, सीडी गेम में परेशानियां आनी आम बात थी लेकिन साल गुज़रने के बाद इस तरह की परेशानियां कम होने लगीं और कंप्यूटर पर काम करने का अनुभव तेज और आसान होता चला गया। लेकिन अब भी कई ऐसे बग यानी कि दिक्कत होती है, जिसका हमें पता नहीं चलता है। प्रतीश यही काम करते हैं और दिक्कतों के बारे में कंपनियों को बताते रहते हैं। बदले में उन्हें लाखों रुपये मिलते हैं।

यह भी पढ़ें : जानें, प्रधानमंत्री मोदी ने क्यों कहा- जान भी जहान भी

गूगल के बग को अब फिक्स कर दिया गया है

Pratish बराबर बग ढूंढकर लाखों की कमाई कर रहे हैं। उन्होंने हाल ही में गूगल के एक बग को रिपोर्ट किया है, जिसके बाद कंपनी ने उन्हें 10,000 डॉलर यानी कि करीब 7.6 लाख रुपये का इनाम दिया है। गूगल के बग CVE-2019-2232 को अब फिक्स कर दिया गया है।

बग एंड्रॉयड डिवाइसेज़ पर हमलों के लिए रिमोट अटैकर को अनुमति देता है

Pratish ने अपने लिंक्डइन पेज पर बग के बारे में बताते हुए पोस्ट लिखा और बताया कि ‘इस बग से एंड्रॉयड डिवाइसेज़ पर हमलों के स्थायी निषेध के लिए रिमोट अटैकर को अनुमति देता है’। आसान भाषा में कहा जाए तो किसी को कॉन्टैक्ट कार्ड भेजने पर ये बग किसी दूसरे के फोन को क्रैश कर देता है। जानकारी के लिए बता दें कि यहां किसी आम कॉन्टैक्ट कार्ड की बात नहीं हो रही है, बल्कि ये हरकत में तब आता है जब किसी भी की के साथ कैरेक्टर की सीरीज़ लगाकर भेजी जाती है। ऐसा इसलिए कि कॉन्टैक्ट कार्ड भेजते हुए फोन n-कैरेक्टर के नाम को नहीं पहचानता है और इसके बाद फोन क्रैश होने लगता है।

फिक्स स्पेस भरने के बाद दिक्कत आती है

इंटरव्यू में Pratish ने बताया कि ऑपरेटिंग सिस्टम से एक कॉन्टैक्ट सेव करने के लिए एक फिक्स स्पेस दी जाती है, जिसके भरने के बाद सिस्टम इसे सहन नहीं कर पाता और दिक्कत आनी शुरू हो जाती है।

Pratish लगातार यह काम कर रहे हैं। फेसबुक और गूगल जैसी कंपनियों को ऐसे बग के बारे में दो-तीन सालों से रिपोर्ट कर कर रहे हैं। जिसके लिए इनाम भी मिलते आए हैं। अब तक प्रतीश ने 13 बग रिपोर्ट किए हैं, जिनमें 9 फेसबुक के WhatsApp के, 3 गूगल और 1 माइक्रोसॉफ्ट गिथहब के लिए था।

आगे भी कमाई जारी रखेंगे

Pratish लाखों की इस कमाई को आगे भी जारी रखने की बात कहते हैं। प्रतीश का कहना है, ‘मेरी तरह कई ऐसे छात्र हैं, जो इस तरह के काम फ्रीलांस की तरह करते हैं। उन्होंने इंजीनियरिंग खत्म करने के बाद भी इसे जारी रखने की बात कही है।’

[better-ads type=”banner” banner=”104009″ campaign=”none” count=”2″ columns=”1″ orderby=”rand” order=”ASC” align=”center” show-caption=”1″][/better-ads]

 

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं। अगर आप हेलो एप्प इस्तेमाल करते हैं तो हमसे जुड़ें।)

 

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More