मशहूर वकील और सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत भूषण ने कहना है कि भारतीय न्याय व्यवस्था दबाव में आकर काम कर रही है।
एक इंटरव्यू के दौरान खास बातचीत में प्रशांत भूषण ने कहा कि भारत की न्यायपालिका दबाव में काम कर रही है।
वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के इसकी वजह वो जजों के उस डर को बताते है जिसमें जजों को लगता है कि सरकार किसी भी मामले में उनके पीछे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लगा सकती है।
मोदी सरकार पर साधा निशाना-
I explain why collapse of the Judiciary & it's implications for us. Also on the future of AAP & that the hope lies with the students, youth & women who have come out to reclaim our Republichttps://t.co/nRVCmUHxDS
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) February 20, 2020
इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर दिया है और यह दौर 1977 के आपातकाल से भी बुरा है।
प्रशांत भूषण ने अपने साक्षात्कार के दौरान यहां तक कह डाला कि सुप्रीम कोर्ट अब अधिकारों की सुरक्षा करने के बजाए सरकार के कानूनी हाथ-पैर के रूप में काम कर रहा है।
मालूम हो कि प्रशांत भूषण सुप्रीम कोर्ट में एक वरिष्ठ अधिवक्ता हैं। उन्हें भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन के लिए जाना जाता हैं।
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