आज के गानो में वह बात नही : कुमार सानू
लोकप्रिय पाश्र्व गायक कुमार सानू का कहना है कि वह बॉलीवुड की तुलना में क्षेत्रीय फिल्मोद्योग के लिए गाना अधिक पसंद करते हैं, क्योंकि हिंदी फिल्म उद्योग के गीतों से काव्य के मूल्य और बोल की गुणवत्ता गायब होती जा रही है। हाल के दिनों में गीतों की पसंद के बारे में पूछे जाने पर पद्मश्री कुमार सानू ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, “इन दिनों हिंदी फिल्मी गीतों में ज्यादातर ‘चार बोतल वोडका’ जैसे खराब गीत हैं।
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1990 दशक की बात ही और..
उन्होंने कहा, “बॉलीवुड गीतों से काव्य के मूल्य गायब रहे हैं। जब 1990 के दशक के गीतों की बात आती है, तो हम सभी उन्हें उनकी खूबसूरत कविता, स्वर के लिए याद कर सकते हैं कि वे किस तरह मन को सुकून देते हैं। आज के गानो में वह बात नही है आज कल के गाने आते है उधम मचा कर चले जाते है इन गानो को लम्बे समय तक नही याद नही किया जा सकता है
ब्लड प्रेशर बढाने वाले है गाने के बोल
उन्होंने कहा, “इन दिनों हिंदी गीतों में ज्यादातर खून गर्म करने वाले गीत हैं। हालांकि, क्षेत्रीय फिल्मी गीत अब भी अच्छे मूल्यों वाले हैं। साथ ही उन्होने कहा कि आज के समय में भी क्षेत्रीय गीत अपनी प्रतिस्पर्धा बनाये हुये है ।
‘ये उन दिनों की बात है‘ में याद किया पुराना समय
कुमार सानू ने सोनी एंटरटेनमेंट टेलिविजन के आगामी शो ‘ये उन दिनों की बात है’ के शीर्षक गीत को अपनी आवाज दी है। वह शो के ट्रेलर लांच पर उपस्थित थे।
सानू ने यहा लाईव प्रस्तुति दी
उन्होंने गायिका साधना सरगम के साथ लाइव प्रस्तुति दी। यह शो मंगलवार से प्रसारित होगा।
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