जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व नेता और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मंगलवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके पिता समान हैं।
प्रशांत किशोर ने अपने पार्टी से निष्कासन पर कहा कि नीतीश जी ने मुझे अपने बेटे के जैसे रखा है। कई मामलों में मैं भी उनको अपने पिता तुल्य ही मानता हूं। उनका मुझे पार्टी में शामिल करने का, पार्टी से निकालने का जो भी फैसला है उसको मैं सहृदय स्वीकार करता हूं।
बिहार अभी भी पिछड़ा-
बिहार की राजनीति पर चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि राज्य में पिछले 15 सालों में काफी विकास हुआ है, लेकिन विकास के अधिकतर मानकों पर बिहार अभी भी पिछड़ा है। बिहार देश के सबसे गरीब राज्यों में से है। 2005 से लेकर 2015 का डेटा देखने पर पता चलता है कि राज्य अभी भी वहीं खड़ा है।
‘गांधी और गोडसे एक साथ नहीं चल सकते’-
प्रशांत किशोर ने जेडीयू और बीजेपी के गठबंधन पर सवाल उठाया और कहा कि कि गांधी और गोडसे एक साथ नहीं चल सकते हैं। उनके लिए सवाल ये भी है कि वो कबतक किसी का पिछलग्गू बनकर कुर्सी पर बने रहना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि 15 साल में बिहार में खूब विकास हुआ है, लेकिन विकास की रफ्तार और आयाम ऐसे नहीं रहे हैं, जिससे बिहार की स्थिति बदली हो।
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