पीएम मोदी की पहली राजकीय यात्रा, 7वीं बार अमेरिका जा रहें पीएम मोदी संयुक्त कांग्रेस सत्र को करेंगे संबोधित
सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ऐतिहासिक दौरे पर जाने वाले हैं। पीएम मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने स्टेट विजिट के लिए न्योता भेजा है। पीएम मोदी 21 जून को आधिकारिक राजकीय यात्रा के लिए अमेरिका जाएंगे। यह पीएम मोदी की पहली राजकीय यात्रा होने जा रही है। इसी के साथ पीएम मोदी अब तीसरे ऐसे भारतीय नेता बन गए हैं, जिन्हें अमेरिका ने राजकीय यात्रा का न्योता दिया है। इस बीच पीएम मोदी 21 जून से 24 जून तक अमेरिका में ही रहेंगे। यहां पीएम मोदी की मेजबानी व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन खुद करेंगे।
पीएम मोदी की पहली राजकीय यात्रा
यूं तो पीएम मोदी पहले 6 बार अमेरिका यात्रा कर चुके हैं। लेकिन राजकीय यात्रा के तौर पर पीएम मोदी की यह पहली अमेरिका यात्रा है। इससे पहले किसी भारतीय द्वारा अमेरिका की आखिरी राजकीय यात्रा 23 नवंबर से 25 नवंबर 2009 में तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह ने की थी। पीएम मोदी को अमेरिका में स्टेट विजिट के लिए यह निमंत्रण पीएम मोदी को यह निमंत्रण अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और प्रथम महिला जिल बिडेन की ओर से भेजा गया है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 21 जून से 24 जून तक संयुक्त राज्य अमेरिका के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान पीएम मोदी 22 जून को यूनाइटेड स्टेट्स कांग्रेस में संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे।
राजकीय यात्रा के कार्यक्रम
बता दें, किसी भी राजकीय दौरे में विसतृत कार्यक्रम शामिल किये जाते हैं। पीएम मोदी के राजकीय दौरे में अमेरिका में एक फ्लाइट लाइन समारोह, 21 तोपों की सलामी व्हाइट हाउस आगमन समारोह, एक व्हाइट हाउस रात्रिभोज, राजनयिक उपहारों का आदान-प्रदान, एक निमंत्रण ब्लेयर हाउस और फ्लैग स्ट्रीट लाइनिंग जैसे समारोह शामिल हैं। 22 जून को पीएम नरेंद्र मोदी की अमेरिका में राजकीय रात्रिभोज भी करेंगे।
दौरे में दिखेगी बाइडेन और मोदी की केमिस्ट्री
पीएम मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बुलावे पर जा रहे हैं। यह स्टेट विजिट होगी यानी इसे राजकीय यात्रा का दर्जा दिया गया है। पीएम मोदी अब तक महज तीसरे ऐसे भारतीय नेता हैं, जिन्हें अमेरिका ने राजकीय यात्रा का न्योता दिया है। अमेरिका में आगामी राष्ट्रपति चुनाव के पहले दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री की यह यात्रा कई मायनों में अहम मानी जा रही है। इसके साथ ही सबकी नजरें इस बात पर भी लगी हैं कि इस यात्रा में मोदी और बाइडेन की कैसी केमिस्ट्री दिखेगी क्योंकि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के साथ मोदी के करीबी रिश्तों की बात किसी से छिपी नहीं है।
दूसरी बार कांग्रेस के संयुक्त सत्र को करेंगे संबोधित
पीएम मोदी संयुक्त राज्य कांग्रेस के संयुक्त सत्र को दो बार संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। इससे पहले भी पीएम मोदी ने संयुक्त सत्र में ऐतिहासिक भाषण दिया था। दरअसल, संयुक्त राज्य अमेरिका में पीएम मोदी के लिए द्विदलीय समर्थन और सम्मान का प्रदर्शन करते हुए प्रतिनिधि सभा और सीनेट दोनों द्वारा पीएम मोदी को भाषण देने का निमंत्रण दिया गया था। राष्ट्रपति और प्रथम महिला के निमंत्रण पत्र में सात साल पहले पीएम मोदी के अंतिम ऐतिहासिक संबोधन की सराहना की गई थी। जिसने दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में भी अहम भूमिका निभाई है। व्हाइट हाउस ने अपने एक संदेश में इस बात पर जोर दिया कि यह राजकीय दौरा अमेरिका और भारत के गठबंधन की फिर से पुष्टि करेगा।
संयुक्त सत्र में संबोधन के लिए उत्सुक हैं पीएम मोदी
वहीं, पीएम मोदी ने विशेषाधिकार के लिए धन्यवाद व्यक्त किया और कहा कि वह संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए उत्सुक हैं। अपने संदेश में पीएम मोदी ने अमेरिका के साथ लोकतांत्रिक मूल्यों के सिद्धांतों, करीबी लोगों से लोगों के संबंधों और वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए एक दृढ़ प्रतिबद्धता पर स्थापित एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी होने पर गर्व को दोहराया।
अमेरिका में ‘भारत एकता मार्च’
अमेरिकी विश्वविद्यालयों द्वारा अधिक इंजीनियरों और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों को प्रशिक्षित करने पर विचार करने के साथ, कैंपबेल ने कहा कि अमेरिका भारतीयों के लिए इस तरह के और अवसर खोलना चाहता है। अमेरिका में प्रवासी भारतीय भी पीएम मोदी के आगमन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। पीएम मोदी के स्वागत में 18 जून को अमेरिका के 20 अलग-अलग शहरों में ‘भारत एकता मार्च’ का आयोजन किया जाएगा। पिछले नौ वर्षों में भारत की वृद्धि और विकास पर प्रकाश डालते हुए 21 जून को व्हाइट हाउस के सामने एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
इस दौरे से खुलेंगे निवेश के रास्ते
इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए अमेरिकी प्रशासन के शीर्ष अधिकारी कर्ट कैंपबेल कहते हैं कि यह यात्रा भारत के साथ संबंधों को दुनिया में अमेरिका के लिए सबसे महत्वपूर्ण के रूप में प्रतिष्ठित करने में मदद कर सकती है। वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए भारत की सराहना करते हुए उन्होंने उल्लेख किया कि कई व्यवसाय और निवेश समूह वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाने के लिए नए निवेश अवसरों के लिए भारत की ओर देख रहे हैं।
यूएस-इंडिया डिफेंस के लिए नया रोडमैप
अमेरिका ने हिंद-प्रशांत से जुड़े मुद्दों पर करीबी सहयोग करने की अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराया। यूएस-इंडिया डिफेंस इंडस्ट्रियल कोऑपरेशन के लिए एक नया रोडमैप तैयार किया गया है, जो लैंड मोबिलिटी सिस्टम, एयर कॉम्बैट, इंटेलिजेंस, सर्विलांस और टोही, अंडरसी डोमेन और म्यूनिशन जैसे क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी सहयोग और सह-उत्पादन में तेजी लाएगा। इसके साथ, भारत को अत्याधुनिक तकनीकों तक पहुँच प्राप्त करने में मदद करने के लिए प्रस्तावों का एक सेट भी तैयार किया जाना है जो भारत की रक्षा आधुनिकीकरण योजना को बढ़ावा देगा।
ऐतिहासक होगी पीएम मोदी की यात्रा
पीएम मोदी का अमेरिका दौरा किसी ऐतिहासिक घटना से कम नहीं है। यह दोनों देशों को एक ऐसी दुनिया में अधिक सहयोग करने के लिए प्रेरित करेगा, जो महान भू-राजनीतिक प्रवाह, पारंपरिक और गैर-पारंपरिक खतरों की वृद्धि और आम चिंता के मुद्दों को देख रहा है। यह निमंत्रण अमेरिका द्वारा भारत के बढ़ते वैश्विक कद को स्वीकार करने और भारत को विश्व मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए दिया गया एक प्रस्ताव है।
पीएम मोदी का अमेरिका दौरा
मोदी प्रधानमंत्री के रूप में 6 बार अमेरिका जा चुके हैं। जून 2023 तक, नरेंद्र मोदी ने 68 विदेश यात्राएं की हैं, संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा सहित 64 देशों का दौरा किया है। जबकि पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान कई बार अमेरिका का दौरा किया है, किसी भी यात्रा को राजकीय यात्रा के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया है, जो राजनयिक प्रोटोकॉल के अनुसार सर्वोच्च रैंक की यात्रा है। गौरतलब है कि दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता बन चुके पीएम मोदी लगातार दूसरी बार सूची में सबसे ऊपर हैं। अमेरिकी शोध कंपनी मॉर्निंग कंसल्ट द्वारा जारी ‘ग्लोबल लीडर अप्रूवल’ रेटिंग में ‘दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेताओं’ की सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शीर्ष पर हैं।
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