‘मन की बात’: पीएम मोदी ने की घरों में स्टोरी टेलिंग को बढ़ावा देने की अपील

0

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने प्रसिद्ध रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के दौरान रविवार को कहानी कहने की कला यानी स्टोरी टेलिंग पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में किस्सा-गोई की समृद्ध परंपरा रही है।

उन्होंने कहा कि कोरोना के इस कालखंड में पूरी दुनिया अनेक परिवर्तनों के दौर से गुजर रही है। आज, जब दो गज की दूरी एक अनिवार्य जरूरत बन गई है, तो इसी संकट काल ने, परिवारों के सदस्यों को आपस में जोड़ने और करीब लाने का काम भी किया है।

पीएम मोदी की मन की बात-

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमें, जरूर एहसास हुआ होगा कि हमारे पूर्वजों ने जो विधायें बनाई थी, वो आज भी कितनी महत्वपूर्ण हैं और जब नहीं होती हैं तो कितनी कमी महसूस होती है। ऐसी ही एक विधा जैसे मैने कहा, कहानी सुनाने की कला यानि स्टोरी टेलिंग।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जो हमारी परंपराएं थीं, जो परिवार में एक प्रकार से संस्कार सरिता के रूप में चलती थी, उसकी कमी महसूस हो रही है, ऐसा लग रहा है कि बहुत से परिवार हैं जहां से ये सब खत्म हो चुका है, और इसके कारण, उस कमी के रहते हुए, इस संकट के काल को बिताना परिवारों के लिए थोड़ा मुश्किल हो गया, और, उसमें एक महत्वपूर्ण बात क्या थी? हर परिवार में कोई-न-कोई बुजुर्ग, बड़े व्यक्ति परिवार के, कहानियां सुनाया करते थे और घर में नई प्रेरणा, नई ऊर्जा भर देते हैं।

भारत में कहानी कहने की एक समृद्ध परंपरा रही है-

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कहानियों का इतिहास उतना ही पुराना है जितनी कि मानव सभ्यता। कहानियां, लोगों के रचनात्मक और संवेदनशील पक्ष को सामने लाती हैं, उसे प्रकट करती हैं।

कहानी की ताकत को महसूस करना हो तो जब कोई मां अपने छोटे बच्चे को सुलाने के लिए या फिर उसे खाना खिालने के लिए कहानी सुना रही होती है, तब देखें।

भारतीय होने पर गर्व-

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत में कहानी कहने की, या कहें किस्सा-गोई की, एक समृद्ध परंपरा रही है। हमें गर्व है कि हम उस देश के वासी हैं, जहां हितोपदेश और पंचतंत्र की परंपरा रही है, जहां, कहानियों में पशु-पक्षियों और परियों की काल्पनिक दुनिया गढ़ी गई, ताकि, विवेक और बुद्धिमत्ता की बातों को आासानी से समझाया जा सके।

हमारे यहां कथा की परंपरा रही है। ये धार्मिक कहानियां कहने की प्राचीन पद्धति है। इसमें कताकालक्षेवम भी शामिल रहा है।

यह भी पढ़ें: लखनऊ पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बजरंगबली से इजाजत लेकर जाएंगे राम जन्मभूमि

यह भी पढ़ें: नरेंद्र मोदी जी सरेंडर नहीं, धुरंधर मोदी हैं : रामदास आठवले

[better-ads type=”banner” banner=”104009″ campaign=”none” count=”2″ columns=”1″ orderby=”rand” order=”ASC” align=”center” show-caption=”1″][/better-ads]

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं। अगर आप डेलीहंट या शेयरचैट इस्तेमाल करते हैं तो हमसे जुड़ें।)
Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More