उपवास पर पीएम मोदी, बोले, विपक्ष ने लोकतंत्र का कत्ल किया
दलित हिंसा को लेकर 9 अप्रैल को कांग्रेस ने उपवास किया था और अब केंद्र की मोदी सरकार विपक्ष को घेरने के लिए अनशन करने जा रही है। पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी चीफ अमित शाह गुरुवार को दिन भर उपवास पर रहेंगे। यही नहीं बुधवार को ही पीएम मोदी ने बीजेपी सांसदों से कहा कि वे लोगों को यह बताएं कि कैसे कुछ लोगों ने बजट सत्र में हंगामा करते हुए लोकतंत्र को किनारे रखते हुए संसद बाधित की।
ज्योतिबा फूले की जयंती को समता दिवस के रुप में मनाया
समाज सुधारक ज्योतिबा फुले की जयंती पर टेलिफॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सांसदों से बात करते हुए पीएम ने कहा, ‘2014 में सत्ता न हासिल कर पाने वाले लोग देश को आगे नहीं बढ़ने देना चाहते। उन्होंने एक दिन के लिए भी संसद को चलने नहीं दिया।’ उपवास को लेकर पीएम मोदी ने कहा, ‘उन्होंने लोकतंत्र का कत्ल किया और उनके अपराधों को दुनिया के सामने लाने के लिए हम उपवास करने जा रहे हैं। मैं भी उपवास करूंगा, लेकिन मैं अपना काम भी जारी रखूंगा।’ पार्टी ने ज्योतिबा की जयंती को समता दिवस के तौर पर मनाया।
2,000 सांसद-विधायक भी रखेंगे उपवास
पीएम मोदी के नेतृत्व में 2,000 सांसदों, विधायकों और विधान परिषद सदस्य उपवास करेंगे। हालिया संसद सत्र में कोई कामकाज न होने के विरोध में बीजेपी देश के सभी 600 जिला मुख्यालयों में उपवास करने जा रही है। पीएम मोदी ने पार्टी नेताओं से कहा कि वे उपवास के दौरान मीडिया और लोगों से बातचीत करें और बताएं कि कांग्रेस ने किस तरह से संसद में गतिरोध पैदा कर रखा है।
उपवास के दौरान तमिलनाडु का दौरा करेंगे PM
उपवास के दौरान ही पीएम नरेंद्र मोदी डिफेंस एक्सपो का उद्घाटन करने के लिए तमिलनाडु का भी दौरा करेंगे। चेन्नै में हो रहे इस एक्सपो में हथियारों और सैन्य उपकरणों की एग्जिबिशन लगी है। राज्यसभा सांसदों समेत तमाम मंत्री और जनप्रतिनिधि स्थानीय स्तर के नेताओं के साथ जिलों में उपवास पर बैठेंगे और लोगों को बताएंगे कि कैसे कांग्रेस ने संसद के कामकाज को ठप किया।
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राजनाथ दिल्ली में, जेपी नड्डा होंगे वाराणसी में
गृह मंत्री राजनाथ सिंह, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु दिल्ली में उपवास रखेंगे। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा पीएम मोदी की लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में उपवास करेंगे। वहीं, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद पटना में होंगे। डिफेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमन चेन्नै और प्रकाश जावड़ेकर बेंगलुरु में होंगे। इसके अलावा विजय गोयल भी तमिलनाडु में होंगे। एमजे अकबर विदिशा और पर्यटन मंत्री केजे अल्फोंस केरल में उपवास करेंगे।
शिवसेना बोली, उपवास से हल नहीं होंगे मसले
इस बीच महाराष्ट्र सरकार में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने उपवास को राजनीतिक लाभ का उपक्रम करार दिया है। उन्होंने कहा कि उपवास करने से लोगों की समस्याएं हल नहीं होंगी। पार्टी के मुखपत्र सामना में लिखा गया, ‘पीएम का उपवास का यह ड्रामा पूरी तरह से राजनीतिक लाभ के लिए है।’